नई दिल्ली । कोविड-19 के डेल्टा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट तेजी से फैल रहा है, लेकिन अभी तक हुए विभिन्न अध्ययनों के आधार पर कह सकते हैं, कि डेल्टा के मुकाबले ओमिक्रॉन में अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु का जोखिम काफी कम है। लेकिन फिर भी ओमिक्रॉन से बचकर रहना ही समझदारी है, क्योंकि यह डेल्टा से 4 गुना तेजी से फैलता है। ओमिक्रॉन के लक्षण सर्दी के लक्षणों से मिलते जुलते हैं।यह नया वैरिएंट काफी हल्का है,लेकिन हल्का बुखार, गले में खराश, शरीर में अत्यधिक दर्द, रात को पसीना, उल्टी और भूख न लगना जैसे लक्षण शरीर में ओमिक्रॉन की उपस्थिति का संकेत हो सकते हैं।स्टडी और रिसर्च के आधार पर ओमिक्रॉन के नए-नए लक्षण सामने आ रहे हैं। विभिन्न अध्ययनों के निष्कर्ष के आधार पर 2 इसतरह के लक्षण सामने आए हैं, जो अधिकतर लोगों में नजर आ रहे हैं।ओमिक्रॉन के 2 लक्षणों में बहती नाक और सिरदर्द शामिल है, जो कि सबसे अधिक देखा जा रहा है। बहती नाक और सिरदर्द कई अन्य संक्रमणों के लक्षण हैं, लेकिन ये कोरोना या ओमिक्रॉन के लक्षण भी हो सकते हैं।अगर किसी को ये 2 लक्षण नजर आते हैं, तब उस अपना वहीं, कुछ समय पहले दक्षिण अफ्रीका के मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष और दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट करने वाले पहले व्यक्ति डॉ. एंजेलिक कोएत्जी ने कहा था कि जो मरीज ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं, उनमें गंध की कमी या स्वाद की कमी के कोई लक्षण नहीं दिखे हैं।इसके अलावा ओमिक्रॉन संक्रमित रोगियों में बंद नाक या बहुत अधिक बुखार जैसे भी कोई मामले सामने नहीं आए,जो कि डेल्टा के प्रमुख लक्षण थे।इसलिए ओमिक्रॉन और डेल्टा के बीच एक बड़ा अंतर हो सकता है।उसके मुताबिक, रात को पसीना, भूख न लगना और उल्टी होने के बारे में भी मरीजों ने बताया है।एक्सपर्ट के मुताबिक,छींक आना, नाक बहना, लगातार खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, थकान, कर्कश आवाज, ठंड लगना या कंपकंपी आना, ब्रेन फॉग, चक्कर आना, बुखार, सुगंध बदल जाना, आंखों में दर्द, छाती में दर्द, भूख ना लगना, सुगंध महसूस ना होना, मांसपेशियों में तेज दर्द, ग्रंथियों मे सूजन, कमजोरी, स्किन रैशेज है।
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