चुनाव, सिर्फ जीत ही नहीं, संगठन विस्तार का भी अवसर: मोदी

वाराणसी | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के सिलसिले में मंगलवार को वाराणसी के पार्टी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुये कहा कि किसी राजनीतिक दल के लिये चुनाव जीतना ही एक मात्र लक्ष्य नहीं होता है बल्कि यह संगठन के विस्तार और कार्यकर्ताओं के विकास का अवसर भी होता है।मोदी ने ‘नमोएप’ के जरिये कार्यकताओं से संवाद किया। इनमें से अधिकतर मतदान केन्द्रों के बूथ प्रभारी शामिल थे। मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम, वाराणसी में विकास परियोजनाओं और किसानों सहित ग्रामीण विकास की विभिन्न योजनाओं की प्रगति तथा महिलाओं की समस्याओं के बारे में कार्यकर्ताओं से जमीनी स्तर की हकीकत के बारे में जानकारी हासिल की।उन्होने कहा कि चुनाव कार्यकर्ताओं के लिये ‘ट्रेनिंग कैंप’ की तरह होते हैं, जिनमें लोगों को पार्टी के साथ जोड़ने और कार्यकर्ताओं को तैयार करने का मौका मिलता है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं के सामने पार्टी कोष में पांच दस रुपये के ‘सूख्म दान’ (माइक्रो डोनेशन) के जरिये अधिक से अधिक धनराशि जमा करने का लक्ष्य रखा।उन्होंने कहा कि विभिन्न बूथों के बीच यह प्रतियोगिता होनी चाहिये कि सूक्ष्म दान से संगठन के लिये राशि जुटाने में कौन आगे रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया कि पांच-पांच, दस-दस रुपये ही एकत्र करने के अभियान का लक्ष्य, बड़ी धनराशि एकत्र करने के बजाय अधिक से अधिक लोगों को पार्टी से जोड़ना है। मोदी ने ग्रामीण क्षेत्र के एक बूथ प्रभारी से किसानों और खेती के हालात की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सरकार ने बीज से लेकर बाजार तक किसानों की भलाई के लिये अनेक उपाय किये हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को टीकाकरण के प्रति जागरुकता पैदा करने के साथ ही उन्हें रासायनिक उर्वरकों की बजाय जैविक खेती के लिये प्रोत्साहित करने का प्रयास भी होना चाहिये।मोदी ने कहा कि किसान किसी बात के प्रति आसानी से आश्वस्त नहीं होता है। उसे बार बार आग्रह करके उसका विश्वास जीतना होता है। ऐसा होने पर ही किसान किसी बदलाव को स्वीकार करता है।प्रधानमंत्री ने वाराणसी नगर की विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल करने के साथ ही उनके निवारण के लिये केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से किये गये उपायों की चर्चा की। उन्होंने कहा, “मुझे काशी में जन्म लेने का सौभाग्य तो नहीं मिला, किंतु महादेव की कृपा से इस नगर के साथ जुड़ने का अवसर अवश्य मिला। काशी के कण कण में शंकर हैं। सरकार का प्रयास है कि काशी की विरासत को बनाये रखते हुये विकास किया जाये।”उन्होेंने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे काशी यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों को कबीरचौरा स्थित कबीर मठ और गुरु रविदास की जन्मस्थली सीर गोवर्धनपुर जाने के लिये भी प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि गुरु रविदास की जन्मस्थली पर विकास के अनेक कार्य किये गये हैं।मोदी ने एक महिला कार्यकर्ता से महिलाओं की समस्या के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा, “मातृशक्ति हमारी बड़ी ताकत है। परिवार खुश होगा तभी पूरा समाज खुश होगा।”कार्यकर्ताओं द्वारा वाराणसी के विकास का श्रेय उन्हें देने के संदर्भ में मोदी ने कहा कि वाराणसी के लोगों की ताकत और उनके सहयोग से ही विकास का कार्य संभव हो सका है। लाेगों के वोट की ताकत से ही यह सब संभव हो पाया।मोदी ने नगर की यातायात व्यवस्था के बारे में भी जानकारी हासिल की। उन्होंने नगरवासियों से आग्रह किया कि वे पार्किंग के लिये बनायी गयी सुविधाओं का उपयोग करें। मोदी ने कहा कि उनका अनुभव है कि विकास की प्रमुख शर्त, संपर्क सुविधाओं का विकास करना है। मोदी ने कहा कि उनका अनुभव है कि विकास की प्रमुख शर्त संपर्क सुविधाओं का विकास है।मोदी ने ‘नमो एप’ में मौजूद एक फीचर ‘कमल पुष्प’ का उल्लेख करते हुये कहा कि इसमें जनसंघ के समय से जुड़े वरिष्ठ पार्टी कार्यकर्ताओं के बारे में जानकारियों का संकलन है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को वाराणसी के बुजुर्ग पार्टी पदाधिकारियों के बारे में जानकारी हासिल कर इस फीचर में डालनी चाहिये। प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ धाम के बारे में कार्यकर्ताओं से जानकारी हासिल करते हुये इसके जरिये लोगों की आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने पर प्रसन्नता जाहिर की।