हाल ही में हुए एक अध्ययन में यह कहा गया है कि अखरोट खाने से अस्थमा होने का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है। यह अध्ययन ‘एलर्जी एंड क्लीनिकल इम्यूनोलॉजी’ जर्नल में प्रकाशित हुआ है। शोधकर्ताओं के अनुसार अखरोट में भरपूर मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है, जो अस्थमा के अटैक से बचाने में काफी कारगार साबित होता है।उन्होंने यह भी बताया है कि अखरोट, मूंगफली, सोयाबीन, कोर्न, तिल आदि में गामा-टोकोफ़ेरॉल नाम का विटामिन ई पाया जाता है। जो शरीर को अस्थमा से बचाने में मदद करता है. यह अध्ययन ‘यूनिवर्सिटी ऑफ नॉर्थ कैरोलिना स्कूल ऑफ मेडिसिन’ के शोधक्ताओं ने किया है.अध्ययन के सीनियर लेखक प्रोफेसर मिशेल हर्नानडेज ने बताया है कि जो लोग अपनी डाइट में विटामिन ई का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उनमें अस्थमा और एलर्जी से होने वाली बीमारियों का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है।साथ ही शोधकर्ताओं ने यह भी बताया है कि विटामिन ई उन्ही कोशिकाओं पर सबसे ज्यादा असरदार होता है, जो अस्थमा के इलाज के लिए महत्वपूर्ण होती हैं.अध्ययन के दौरान लोगों को 2 टीम में बांटा गया. जिसमें 2 हफ्तों तक एक टीम को गामा-टोकोफ़ेरॉल नाम का विटामिन ई दिया गया, जबकि दूसरी टीम को प्लेसबो दिया गया। नतीजों में विटामिन ई लेने वाले लोगों में इओसिनोफिलिक बीमारी के लक्षण बहुत कम देखे गए हैं। साथ ही विटामिन ई के सेवन से शरीर में म्यूसिन नाम के प्रोटीन का स्तर भी काफी कम पाया गया है। बता दें कि म्यूसिन शरीर में बलगम बनाने का काम करता है, जो अस्थमा के मरीजों के लिए काफी नुकसानदायक होता है।
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