दिसम्बर के पहले सप्ताह तक हर हाल में गेहूं की बुवाई करें किसान भाई-डा. रामगोपाल

सोनभद्र। घोरावल ब्लॉक क्षेत्र के बर गांव में आज गुरुवार को कृषि विज्ञान केंद्र सोनभद्र द्वारा किसानों को गेहूं की उन्नतशील शोधित बीज का वितरण किया गया। शोधित बीज लेने आए सैकड़ों की संख्या में किसानों को सबसे बीज की गुणवत्ता एवं बुवाई के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गई। आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं औधौगिक विश्वविद्यालय के निदेशक डॉ ए पी राव ने 50 किसानों को अपने हाथों से निःशुल्क वितरण किया। निदेशक के हाथों निःशुल्क बीज पाकर किसानों के चेहरे खिल उठे।   किसान गोष्ठी एवं बीज वितरण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि वैज्ञानिक डॉ रामगोपाल यादव ने बताया कि शोधित बीज को नवम्बर माह के अंत तक बुवाई कर सकते हैं। थोड़ी लेट हो जाय तो दिसम्बर के पहले सप्ताह तक हर हाल में गेहूं की बुवाई कर देनी चाहिए। उन्होंने किसानों को बताया कि गेहूं की बुवाई छिड़ककर न करते हुए कतारबद्ध तरीके से गिराकर करना बेहतर होता है। गेंहू बुवाई के समय गेंहू के साथ मिलकर खाद व जिंक आदि का प्रयोग न करें। किसान भाई बुवाई करते समय गेहूं को पहले कतारबद्ध गिराते जाए और उसके पीछे से खाद एवं जिंक फास्फोरस आदि का उपयोग करें। उन्होंने कहा कि गेहूं में अधिकतम 4 बार सिंचाई कर सकते हैं। सबसे पहले सिंचाई बुवाई के 15 दिन के अंदर होनी चाहिए। बुवाई से पहले बीज शोधित करने की प्रक्रिया के बारे में भी बताया। इस मौके पर किसानों ने भी कृषि वैज्ञानिकों से बुवाई एवं उपज से सम्बंधित सवाल पूछे जिसका जबाव वैज्ञानिकों ने दिया और किसानों को संतुष्ट किया।