चित्रकूट। असंगठित कर्मचारी यूनियन की बैठक रविवार को मुख्यालय के बस स्टैन्ड स्थित होटल में जिलाध्यक्ष रंजीत सिमोन की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष बृजेन्द्र शर्मा ने कहा कि पत्थर खदानों में मजदूरों के साथ जो शोषण होता है वह किसी से छिपा नहीं है। यहां तक की जिन मजदूरों का रजिस्ट्रेशन श्रम विभाग में है। तीन से चार साल तक उनके फाइलों का भुगतान ही नहीं होता है। उन्होंने प्रवासी श्रमिकों के लिए शिक्षा का महत्व, सिलिकोसिस बीमारी, नए श्रम कानून आदि अहम मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि पत्थर खदानों में श्रमिकों का बेहतर जीवन बनाने के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। यहां श्रमिकों को कोई सामाजिक सिक्योरिटी भी नहीं मिलती है और न ही टूल किट, यूनिफॉर्म दिया जा रहा। कहा कि जिले में मजदूरों के साथ किसी भी अन्याय को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्रेशर से उड़ने वाली धूल जो मजदूरों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। जिला प्रशासन टीवी करार देता है। जबकि यह सिलकोसिस बीमारी है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि किसी भी फर्म द्वारा श्रमिकों को मेडिकल की सुविधा नहीं दी जा रही है। सरकारी योजनाएं जमीन में आकर गायब हो जाते हैं। भ्रष्टाचार चरम पर है जो बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। ऐसे में संगठन श्रमिकों की लड़ाई सड़क से लेकर संसद तक लड़ने के लिए तैयार है। बैठक में लीगल एडवाइजर चुनवाद प्रसाद एड, मनोज कुमार प्रजापति, कलावती, शीतल गुप्ता, मीना श्रीवास्तव, मंजुला निषाद, मेहंदी हसन, पीर मोहम्मद, कविता, माधुरी कुशवाहा, लक्ष्मी, वीरेंद्र, शिवगंजन साहू, जितेंद्र यादव, राजेश्वरी, आनंद सेन, शिवशंकर साहू आदि मौजूद रहे।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post