बहराइच। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (तिलहन घटक) योजना के अन्तर्गत ब्लाक महीपुरवा के ग्राम सेमरीमलमला में एक दिवसीय जनपद स्तरीय तिलहन किसान मेला/प्रर्दशनी का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि सांसद बहराइच अक्षयवर लाल गोंड द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं पं. दीनदयाल उपाध्याय के चित्र पर मल्यार्पण कर किसान मेला/प्रदर्शनी का शुभारम्भ किया गया तथा किसानों को राई/सरसो बीज के मिनीकिट का निःशुल्क वितरण भी किया गया। मुख्य अतिथि गोंड ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के नारे के साथ सम्बोधन का आगाज करते हुए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के हित संचालित की जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। सांसद गोंड ने किसानों को जैविक खेती के लिये प्रेरित करते हुए उनसे अपील की कि पराली/फसल अवशेष को अपने खेतों में कदापि न जलाये इससे मृदा की उर्वरा शक्ति कम होती है तथा पार्यावरण को भी बहुत क्षति पहुचती है। उन्होंने सुझाव दिया कि फसल अवशेष का निस्तारण खेत में सड़ाकर करने से खेत की उर्वरा तो बढ़ती ही है साथ ही उपज में भी इजाफा होता है। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि ने मौजूद किसानों को फसल अवशेष न जलाने की शपथ भी दिलायी। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उप कृषि निदेशक टी.पी. शाही द्वारा कृषि विभाग द्वारा संचालित समस्त योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की गयी। उन्होंने किसानों को तिलहनी फसलों का आच्छादन बढाकर तिलहन उत्पादन एवं उत्पादकता बढाने के तरीके बताये। साथ ही किसानों को सचेत किया कि पराली/फसल अवशेष न जलायें यह एक दण्डनीय अपराध है। कृषक पराली न जलाकर कृषि विभाग द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराये जा रहे बेस्ट डिकम्पोजर का उपयोग कर पराली को खाद में बदलकर भूमि की उर्वराशक्ति बढा सकते हैं। जिला कृषि अधिकारी द्वारा फसलोत्पादन की रणनीति के संबंध में चर्चा करते हुए बताया कि जनपद में डी.ए.पी. एवं अन्य उर्वरक प्रर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जिसका वितरण पीओएस मशीन के माध्यम से आधार कार्ड के आधार पर ही किया जाएगा। उन्होने बीज विक्रय की दर एवं बीजों पर प्राप्त होने वाले अनुदान के बारे में जानकारी देते हुए यह भी बताया कि रबी सीजन के लिए बीजों की उपलब्धता भी प्रयाप्त मात्रा में है। जनपद में अब १४ के स्थान पर २२ राजकीय बीज विक्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। उन्होंने बताया कि जनपद में ०२ नये कृषि कल्याण केन्द्र (महीपुरवा एवं नवाबगंज) का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है जिनका अनावरण सांसद बहराइच द्वारा १० नवम्बर को किया जाएगा। कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक पी.के. सह द्वारा बीजोपचार के महत्व, साqब्जयों की खेती एवं मशरूम उत्पादन की जानकारी देते हुए कृषकों को सुझाव दिया कि कृषि विविधीकरण के अन्तर्गत तिलहनी फसलों को लगायें। भूमि संरक्षण अधिकारी द्वारा रासायनिक उर्वरकों पर निर्भरता कम करके जैविक खादों का प्रयोग करने, उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी, नानपारा द्वारा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु पंजीकरण की प्रक्रिया इत्यादि के बारे में जानकारी प्रदान की। एक दिवसीय जनपद स्तरीय तिलहन किसान मेला/प्रर्दशनी के अवसर पर सांसद द्वारा कृषकों को राई/सरसो बीज के २७० मिनीकिट, मसूर बीज के ६० मिनीकिट व बेस्ट डिकम्पोजर का वितरण किया गया। कृषि एवं एलायड विभाग से सम्बान्धत अधिकारी कृषि वैज्ञानिक तथा बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। कार्यक्रम के अन्त में ब्लाक प्रमुख अभिषेक वर्मा द्वारा कृषकों का धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम की समााप्त की गई।
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