प्रयागराज । सातवें विश्व योग दिवस पर विश्व संवाद परिषद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा प्रकोष्ठ के उत्तर प्रदेश की नवनियुक्त अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ अर्चना दुबे ने बताया कि विश्व योग दिवस २१ जून के अवसर पर देश दुनिया के लाखों लोगों में योग के माध्यम से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने हेतु विश्व संवाद परिषद द्वारा समूचे भारतवर्ष में अनेक आयोजन किये गये हैं जिसमें कोविड-१९ का पालन करते हुए करते हुये योग प्रशिक्षण आयोजित किये जायेंगे। परिवार के हर एक व्यक्ति तक योग को पहुँचाने को भी हम प्रतिबद्ध हैं। विश्व संवाद परिषद कई देश- दुनिया का प्राकृतिक चिकित्सा- योग क्षेत्र में सबसे बड़ा संगठन बन गया है।नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ अर्चना दुबे ने बताया कि उत्तर प्रदेश में इस वर्ष कोरोना महामारी के कारण एवं शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए योग दिवस का आयोजन विश्व संवाद परिषद के फेसबुक पेज पर लाइव के माध्यम से कराने का निणNय अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष व संस्थापक डॉ श्याम पचौरी एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष योगाचार्य डॉ रमेश चन्द्रा ने लिया है। प्रति वर्ष सभी राज्यों के लगभग सभी जिलों में योग सप्ताह का आयोजन वर्ष २०१८ से निरंतर किया जाता रहा है, जिसमें लाखों लोगों को प्रतिवर्ष कॉमन योग प्रोटोकॉल का अभ्यास करा जाता रहा है और इस वर्ष भी योग दिवस पर फेसबुक वेबीनार लाइव के माध्यम से राष्ट्रीय योग प्रतियोगिता का आयोजन करके उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जिले में घर-घर हर एक व्यक्ति तक योग से जोड़ने का संकल्प लिया गया है। ऑनलाइन आयोजित करने की तैयारी कर ली गई है।अंतरराष्ट्रीय योग दिवस-२०२१ की संकल्प ‘योग अपनाओ रोग भगाओ ’ रखी गई है। प्रोफेसर डॉ अर्चना दुबे ने बताया कि योग हमारे जीवन में महत्वपूर्ण है,योग हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। योग शारीरिक, मानसिक एवं आध्यात्मिक रूप से स्वस्थ बनाने में सहायक है। उन्होंने बताया कि विश्व संवाद परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व संस्थापक डॉ श्याम पचौरी जी की प्रेरणा से तथा राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ रमेश चन्द्रा जी एवं राष्ट्रीय महासचिव प्रो.डॉ नवीन सिंह , उत्तर प्रदेश की अध्यक्षा प्रोफेसर डॉ अर्चना दुबे, प्रदेश महासचिव डॉ आकाश जायसवाल ,दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. अखिलेश सिंह एवं महासचिव डॉ वंदना त्यागी उत्तराखंड की अध्यक्षा डॉक्टर सरस्वती काला एवं प्रदेश महामंत्री डॉ विनोद नौटियाल के कुशल मार्गदर्शन में आज से लगभग अठारह वर्ष पूर्व प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग पद्धति के सतत् विकास हेतु अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन विश्व संवाद परिषद जो प्राकृतिक चिकित्सा एवं योग के विकास एवं प्रचार प्रसार हेतु निरंतर प्रयासरत है।
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