बहराइच। ग्रामीण आबादी के नागरिकों को भूमि अभिलेख प्रदान करने, ऋण एवं वित्तीय लाभ दिलाने में सक्षम बनाने के लिए वित्तीय स्थरता प्रदान करने तथा सम्पत्ति सम्बन्धी विवादों एवं कानूनी मामलों को न्यून से न्यूनतम किये जाने के उद्देश्य से जनपद में ग्रामीण आबादी सर्वेक्षण (घरौनी) का कार्य संचालित है। उखनीय है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अतिमहत्वाकांक्षी योजना को अमलीजामा पहनाये जाने के लिए २४ अप्रैल २०२० से प्रारम्भ देशव्यापी घरौनी कार्यक्रम के अन्तर्गत नवीन ड्रोन प्रोद्यौगिकी का प्रयोग कर ग्रामीण आबादी वाले क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर उनके स्वामित्व सम्बान्धत अभिलेखों को तैयार किया जा रहा है। राजस्व परिषद के अध्यक्ष मुकुल सघल द्वारा वर्चुअल माध्यम से ग्रामीण आबादी सर्वेक्षण (घरौनी) कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने बताया कि जनपद की समस्त तहसीलों के कुल १३८७ ग्रामों के सापेक्ष जनपद की ०४ तहसीलों बहराइच, नानपारा, वैâसरगंज व महसी के ७२५ ग्रामों में प्रथम चरण अन्तर्गत स्वामित्व योजना का कार्य प्रगति पर है। तहसील बहराइच के ११० ग्रामों में ड्रोन सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। जबकि तहसील नानपारा में २१७ के सापेक्ष १४३ ग्रामों, वैâसरगंज में २५० के सापेक्ष १५४ तथा महसी १४८ के सापेक्ष ६९ ग्रामों में इस प्रकार कुल ७२५ के सापेक्ष ४७६ ग्रामों में ड्रोन सर्वे का कार्य पूर्ण हो गया है। शेष २४९ ग्रामों में माह नवम्बर में ड्रोन सर्वे का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। पायलट प्रोजेक्ट अन्तर्गत तहसील सदर के १० ग्रामों में घरौनी वितरण का कार्य भी सम्पन्न किया जा चुका है। जिला सूचना विज्ञान केन्द्र के वीडियो कांप्रेंसग कक्ष में आयोजित वर्चुअली समीक्षा बैठक में राजस्व परिषद के अध्यक्ष सघल द्वारा निर्देश दिये गये कि शीघ से शीघ ड्रोन सर्वेक्षण का कार्य पूर्ण करते हुए सम्बाqन्धत ग्रामों में प्राथमिकता के आधार पर घरौनी वितरण का कार्य सम्पादित कराया जाय। सघल ने जिलाधिकारी को निर्देश दिया कि नियमित रूप से घरौनी कार्य की समीक्षा करते रहें ताकि शासन की मंशानुरूप समय से सर्वेक्षण कार्य पूरा किया जा सके। इस अवसर पर नोडल अधिकारी/मुख्य राजस्व अधिकारी अवधेश कुमार मिश्र, डिप्टी कलेक्टर सुभाष सह व अमन देओल, समस्त तहसीलदार तथा जिला साांख्यकीय अधिकारी नरेन्द्र कुमार गुप्ता मौजूद रहे। जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र ने जनपद के ग्रामीण क्षेत्र के नागरिकों से अपील की है कि घरौनी कार्य में राजस्व विभाग के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को पूर्ण सहयोग प्रदान करें। साथ ही समय से र्कािमकों को घरौनी कार्य के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र भी उपलब्ध करा दें ताकि आपके ग्राम में ड्रोन सर्वेक्षण के उपरान्त घरौनी वितरण का कार्य किया जा सके। डॉ. चन्द्र ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करने वाले नागरिकों के लिए घरौनी एक अत्यन्त महत्वपूर्ण अभिलेख है। इसके द्वारा किसी भी नागरिक को शासकीय योजनाओं अन्तर्गत ऋण के साथ अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने में काफी आसानी होगी। उन्होंने बताया कि घरौनी अभिलेख का सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे सम्पत्ति सम्बन्धी विवादों पर विराम लगने से ग्रामवाासियों के अमूल्य धन एवं समय की बचत होगी।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post