‘कोटा’ सिस्टम जैसी बातों से अश्वेत खिलाड़ियों पर सवाल न उठायें : होल्डिंग

जोहानसबर्ग । वेस्टइंडीज के दिग्गज तेज गेंदबाज रहे माइकल होल्डिंग ने कहा है कि अश्वेत खिलाड़ियों आंकलन उनकी प्रतिभा के अधार पर करें। होल्डिंग ने कहा कि जब भी ‘कोटा’ सिस्टम जैसी बातें कहीं जाती हैं तो इसका मतलब किसी खिलाड़ी की प्रतिभा पर सवाल उठाया जा रहा है। नस्लवाद और असमानता के खिलाफ अभियान में स्पष्ट तरीके से अपनी बात रखने वाले होल्डिंग के अनुसार कई बार दक्षिण अफ़्रीकी अश्वेत क्रिकेटरों को लेकर कहा जाता है कि कोटा सिस्टम के कारण उनको टीम में जगह मिली है। इससे साफ है कि उनकी क्षमताओं पर सवाल उठाया जा रहा है। होल्डिंग ने कहा कि जब आप जब किसी खिलाड़ी का चयन करते हैं तो सबसे पहले आप देखते हैं कि वह टीम में किस जगह पर उपयोगी है। वहीं कोटा सिस्टम का मतलब यह है कि चयन प्रतिभा के आधार पर नहीं हुआ है। यह किसी भी खिलाड़ी के लिए सही नहीं है। होल्डिंग के अनुसार शुरुआत में दक्षिण अफ़्रीका में हर वर्ग का प्रतिनिधित्व तय करने के लिए ही ही शुरुआत में कोटा प्रणाली बनायी गयी थी। होल्डिंग ने दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी मखाया एनटिनी का उदाहरण देते हुए कहा कि वह अपने 11 साल के अंतररष्ट्रीय करियर में कभी भी कोटा खिलाड़ी का तमगा नहीं हटा पाये जबकि उन्होंने हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया। इसके बाद भी ऐसा लगता था जैसे की उन्हें कोटा प्रणाली के कारण ही टीम में जगह मिली थी जबकि यह सही नहीं था।