लखनऊ। बैंको की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़, चुस्त-दुरूस्त व उच्च स्तर की बनाने जाने के लिए प्रदेश में नवगठित स्पेशल सिक्योरिटी फोर्स के विशेष रूप से प्रशिक्षित एवं दक्ष जवानो की तैनाती की जायेगी। इसके लिये बैंको से सुरक्षा कर्मियो की अनुमानित मांग शासन में भेजने को कहा गया है, ताकि तद्नुसार विशेष सुरक्षा बल के जवानों की तैनाती कर उन्हें बैंकों के सुरक्षा से सम्बन्धित कार्यो की जिम्मेदारी सौपी जा सके।अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में आज गोमती नगर स्थित भारतीय रिजर्व बैंक में बैंको की सुरक्षा के सम्बन्ध में गठित ‘‘राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की 28वी बैठक’’ में उक्त जानकारी दी गयी।अवस्थी ने कहा कि बैंको की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किये जाने के लिये सर्विलांस सिस्टम व डाटा स्टोरेज को और प्रभावी बनाये जाने की आवश्यकता है। सभी ब्रांचो, करेंसी चेस्ट व एटीएम शाखाओं में सीसीटीवी की पुख्ता व्यवस्था अनिवार्य रूप से किया जाये तथा उसका लिखित प्रमाण पत्र सम्बन्धित बैंको द्वारा आर0बी0आई0 के माध्यम से अगले माह तक शासन को जानकारी दी जाये।बैंकों में लगाये सुरक्षा के उपकरणों एलार्म, सायरन आदि की नियमित रूप से जांच की जानी चाहिए।बैंक व करेन्सी चेस्ट में आग से सुरक्षा हेतु समुचित प्रबन्ध किये जाने के सम्बन्ध में फायर आडिट में निर्घारित मानको को पूरा करने पर भी विस्तार से चर्चा की गई। सभी बैंकों में आग से बचाव हेतु पर्याप्त प्रबन्ध किये जाने तथा उसका अनिवार्य रूप से फायर आडिट कराया जाने के निर्देश दिये गये है। समय समय पर बैंक व अग्निशमन विभाग के अधिकारियो द्वारा इसकी निगरानी भी की जायेगी।जाली मुद्रा के प्रचलन पर सख्ती से रोकथाम के लिये नोडल विभाग एटीएस को समन्वय का कार्य दिया गया है तथा इससे जुड़े सभी महत्वपूर्ण मामले एटीएस को भी संदर्भित किये जाने के निर्देश दिये गये है। बैंकों की सुरक्षा प्रबन्धों से जुड़े जिन प्रकरणों में स्थानीय शाखाओं की लापरवाही पायी जायेगी उसके लिए वरिष्ठ अधिकारियों को रिपोर्ट भेजी जायेगी। बैंकों की करैंसी चेस्ट में उपयोग की जाने वाली नगदी के सुरक्षित आवागमन विशेषकर उसे दूसरे राज्यों में लाने ले जाने से जुड़े सुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न बिन्दुओं पर भी विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। करैंसी-चेस्ट एवं ए0टी0एम0 की सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाये जाने हेतु 112 यू0पी0 का सहयोग लिया जायेगा। इसके लिए बैंकों से उनकी शाखाओं तथा उसके अन्तर्गत स्थापित ए0टी0एम0 की लोकेशन का विस्तृत विवरण 112 यू0पी0 के डाटा बैंक से जोड़ा जायेगा। बैंक शाखाओं व स्थानीय थानों के बीच प्रभावी समन्वय को सुदृढ़ किये जाने पर भी विशेष बल दिया गया कों की ओर से अपराध के मामलों में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराये जाने में सुगमता हेतु सी0सी0टी0एन0एस0 योजना के तहत ई-एफ0आई0आर0 प्रणाली की विस्तृत जानकारी भी बैंकों को उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिये गये हैं। बैठक में गृह, सचिव, बी0डी0 पाल्सन, रिजर्व बैंक आफ इण्डिया के क्षेत्रीय निदेशक, 0एल0के0 राव, जनरल मैनेजर, आर0पी0 सिंह, राज्य में कार्यरत बैंकेा के अंचल प्रमुख बैंकेां के प्रतिनिधियों के अलावा ए0टी0एस0, सुरक्षा शाखा, अग्निशमन सेवा, अभिसूचना तथा पुलिस महानिदेशक, मुख्यालय के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों आदि ने भाग लिया।
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