सड़कों की मरम्मत के लिए योगी सरकार का खजाना खाली

कौशाम्बी। मिट्टी की सड़कों को डामर करने की कोशिश आजादी से लेकर आज तक सभी सरकारी करती चली आ रही है लेकिन योगी सरकार में अधिकारियों ने पूरा विज्ञान बदल दिया है और डामर की सड़क के गड्ढों में मिट्टी और ईट भट्ठों की राबिस डालकर सड़क के गड्ढे भरे जा रहे हैं सड़कों के गड्ढे में मिट्टी और राबिस एक सोची समझी कुटिल साजिश के तहत डाले जा रहे हैं डामर और मिट्टी का 36 का आंकड़ा है इस बात को इंजीनियर भी मानते है कि जिस डामर की सड़क में मिट्टी डाल दी जाएगी वह कुछ महीने में ही पूरी तरह से सड़क बर्बाद हो जाएगी |योगी सरकार के अधिकारियों ने सरकारी खजाने को खाली करने का नायाब तरीका ढूंढ लिया है और योगी सरकार के अधिकारी अपने तरीके में काम करने में सफल हो रहे हैं जिससे योगी सरकार का खजाना कमीशन खोरी की आड़ में खाली होकर अधिकारियों और शासन के नुमाइंदों के घरों तक पहुंच रहा है बीते कई महीने से यह देखने को मिल रहा है कि सड़कों के गड्ढे में मिट्टी और राबिस डालकर अधिकारी गड्ढे को भर रहे हैं मंझनपुर मुख्यालय के विभिन्न सड़कों के गड्ढों में भी अधिकारियों ने मिट्टी डालकर गड्ढे भर दिया है सड़कों में मिट्टी डालने के बाद दशहरा के पर्व पर रामदल निकला है दशहरा के बाद पानी बरस जाने से मंझनपुर कस्बे की सड़क कीचड़ में तब्दील हो गई है मंगलवार को सड़क में मिट्टी की वजह से फिसलन कीचड़ होने से कई लोग सड़क पर गिरकर घायल हो गए अब मंझनपुर कस्बे के भड़ेसर नहर रोड में मिट्टी और राबिस डालकर इस खराब सड़क को और अधिक खराब करने में अधिकारी लग गए हैं 2 दिन से नहर रोड में मिट्टी और राबिस अधिकारियों द्वारा डाली जा रही है लेकिन सवाल उठता है कि जब योगी सरकार के अधिकारी ही सड़कों की बर्बादी में लगे हैं और मरम्मत के नाम पर कमीशन खोरी कर सड़क के बजट की पूरी रकम खाली करने में लग गए हैं तो इनके भ्रष्ट कारनामों की जांच कौन करेगा और सड़क मरम्मत के नाम पर भ्रष्टाचार पर रोक कैसे लगेगी।