जिले में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारम्भ

चन्दौली | जनपद में मंगलवार को  संचारी रोग नियंत्रण अभियान का शुभारंभ सदर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र से नगर पंचायत अध्यक्ष रविन्द्र नाथ गौड़ ने  हरी झंडी दिखा कर जागरूकता रैली को रवाना कर किया | रैली में संचारी रोगों से बचाव के उपकरण जिसमें  फागिंग मशीन,लार्वा साईडर पंप, आदि उपकरणों को भी रखा गया | संचारी रोगों के प्रति ग जागरूकता के लिए पोस्टर व बैनर के साथ आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ता ओं एवं अन्य कर्मचारी में रैली मौजूद रहे। इसके साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वी पी द्विवेदी , डॉ डी एन मिश्रा सर , डॉ आर बी शरण  व समस्त मलेरिया स्टाफ शामिल हुये | मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ वी पी द्विवेदी ने बताया – की संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान की सारी के मद्देनजर तैयारी पूरी कर ली गयी है| यह अभियान 19 अक्टूबर से शुरू होकर 17 नवम्बर तक चलाया जाएगा,  | जिसके साथ ही दस्तक अभियान 19 अक्टूबर से एक 1 नवम्बर 2021 तक चलेगा | इस दौरान विभिन्न विभागों द्वारा गतिविधियां संचालित की जाएंगी येगी। अभियान को सफल बनाने के लिए सभी विभाग गीय समन्वय बनाकर जन-जागरूकता व जन-सहभागिता के साथ कार्य करेंगे | ही सफल बनाने हेतु अभियान के अंतर्गत फ्रंट लाईन वर्कर द्वारा ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के घर-घर सर्वे अभियान में इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (आईएलआई), सॉरी, टी.बी. के संभावित मरीजों व कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर सूची बनायी जायेगी। जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) जे पी सोनकर ने बताया कि अभियान के दौरान 19 अक्टूबर से शुरू होकर 17 नवम्बर तक चलाया जायेगा | जिसके साथ ही दस्तक अभियान 19 अक्टूबर से 1 नवम्बर 2021 तक चलाया जायेगा। जिसमें विभिन्न विभागों द्वारा अलग-अलग गतिविधियां संचालित की जायेंगी। जिसके के लिए शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जायेगी | कहीं भी जलभराव की स्थिति न हो यह सुनिश्चित किया  जायेगा। ग्रामीण व मलिन बस्तियों में पीने के पानी की जांच भी की जायेगी। इसके साथ ही आशा व आंगनबाडी कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर सर्वे अभियान के तहत हर पहला घर छोड़कर अगले घर में एक संचारी अभियान जागरूकता पोस्टर भी लगाया जायेगा।डीएमओ जे पी सोनकर ने बताया – संचारी रोगों व दिगामी बुखार की रोकथाम अभियान के साथ ही दस्तक अभियान भी चलाया जायेगा। इस अभियान में 12 विभागों को शामिल किया गया है , | जिसमें नगर निगम जिला पंचायत, पशु पालन विभाग, कृषि विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार पोषाहार विभाग, शिक्षा विभाग, सूचना विभाग, स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग, सिंचाई विभाग, नगर विकास विभाग हैं।सहायक जिला मलेरिया अधिकारी राजीव सिंह ने बताया अभियान में आशा व आगंनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं को मुख्य जिम्मेदारी दी गई हैं । प्रशिक्षित कार्यकर्ता घर-घर भ्रमण कर विभिन्न रोगों के नियंत्रण एवं उपचार की जानकारी प्रदान करने के लिये प्रचार एवं प्रसार संबंधी गतिविधियां संचालित करेंगी। इसके साथ-साथ आशा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इस अभियान के अंतर्गत कुपोषित बच्चों तथा विभिन्न रोगों के  लक्षणयुक्त व्यक्तियों को चिन्हित  कर उन्हें सूचीबद्ध करेंगी। उन्हें मुख्य रूप से पांच बिंदुओं बुखार, इंफ्लुएंजा,दिमागी बुखार, टीबी, कुपोषण और दिव्यांगता पर विशेष फोकस करना है।संचारी रोग नियंत्रण अभियान में निगरानी समितियों की अहम भूमिका होगी। निगरानी समितियों के माध्यम से संचारी रोग व कोविड  के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। जिले के 9 ब्लॉक में अभियान के लिये आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की डयूटी लगायी गई हैं । आशा कार्यकर्ता द्वारा परिवार में किसी सदस्य को बुखार या परिवार के किसी सदस्य दो सप्ताह में खांसी व सांस लेने में दिक्कत तो नहीं है| परिवार में किसी का वजन कम हो गया हो या परिवार में किसी बच्चे के स्वास्थ्य का स्तर सामान्य से कम है | ऐसे परिवारों के मरीजों की लाइन लिस्ट तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को सौपेंगी।