कोचिंग डिपो में संरक्षा विभाग एवं एन.डी.आर. एफ. टीम द्वारा फुल स्केल मॉकड्रील का संयुक्त अभ्यास किया गया

वाराणसी | बनारस कोचिंग डिपो यार्ड में संरक्षा विभाग द्वारा एन.डी.आर.एफ. के साथ फुल स्केल मॉकड्रील का संयुक्त अभ्यास किया गया । इस फुल स्केल माँकड्रील में मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय,अपर मंडल रेल प्रबंधक(इन्फ्रा) श्री ज्ञानेश त्रिपाठी,अपर मंडल रेल प्रबंधक (परिचालन) श्री एस.पी.एस. यादव,रेलवे सुरक्षा बल डॉक्टर अभिषेक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक महेंद्र सिंह नबियाल,वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी राहुल श्रीवास्तव समेत एन.डी.आर.एफ. की 11वीं बटालियन के डिप्टी कमाण्डेन्ट श्री अभिषेक कुमार राय, असिस्टेंट कमांडेन्ट श्री दिनेश कुमार पूरी 11वीं बटालियन एवं संरक्षा विभाग अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने राहत और बचाव कार्य में अपना अहम योगदान दिया ।आज नियंत्रण कक्ष से 14.30 बजे सूचना मिली कि गाड़ी संख्या 05107 अप (मेला स्पेशल) का कोच संख्या 90281, GS/NE, बनारस वाराणसी के मध्य OHE Km. 207/32-34 पर कोचिंग डिपो के पास डिरेल हो गयी है तथा कोच में आग लग गयी है, जिसमें 06 यात्रियों की मृत्यु तथा 10 यात्रियों के गम्भीर रूप से घायल होने की सूचना प्रसारित की गई । घटना की सूचना मिलते ही ART, ARME तथा सम्बन्धित अधिकारी एवं पर्यवेक्षक घटना स्थल पर पहुँच गये । इसके साथ ही NDRF, फायर ब्रिगेड, जिला प्रशासन, लोकल पुलिस भी घटना स्थल पर आये । भारतीय रेल के दुर्घटना मैनुअल के गाईडलाइन्स के अनुसार सभी ने अपनी भूमिका अदा किया तथा यह माक ड्रिल पूर्णरूप से सफल रहा।इसी क्रम में क्रमशः दुर्घटना की प्लाटिंग की गई ,प्राथमिक सूचना का प्रसारण एवं सायरन बजाकर जनसंचार किया गया, घटना स्थल पर अग्निशामक बल,दुर्घटना राहत यान एवं चिकित्सा राहत यान का पहुंचना, आग बुझाना, साईट पर अस्थाई नियन्त्रण केंद्र स्थापित करना, यात्रियों के परिजनों को सही जानकारी हेतु इमरजेंसी नम्बर जारी करना, प्रोटोकाल के अनुसार कर्मचारियों एवं अधिकारीयों द्वारा दुर्घटना साईट पर पहुँच कर अपनी जिम्मेवारियों का निर्वहन,दुर्घटना प्रभावों न्यूनतम करने हेतु त्वरित कार्य करना ,यात्रियों को संरक्षित ढंग से निकाला जाना,संरक्षा सम्बन्धी अन्य कार्य आपातकालीन खिड़कियाँ खोलना/ कटर एवं वेल्डिंग मशीन का प्रयोग कर फंसे यात्रियों को निकालना, प्राथमिक उपचार देना, घायलों का ट्रोमा प्रबंधन,आपातकालीन परिस्थितियों में प्रबंधन,क्रेन एवं आपदा निवारण टूल्स के प्रयोग से ट्रैक क्लियरेंस, कोच रिस्टोरेशन एवं सामान्य वर्किंग बहाल करने के उपरांत दुर्घटना के कारणों की समीक्षा की गई ।मॉकड्रील के समापन और समीक्षा के बाद मंडल रेल प्रबंधक श्री रामाश्रय पाण्डेय ने रेलवे एवं एन डी आर एफ टीम के राहत और बचाव कार्यों की सराहना करते हुए कहा आप सभी की कार्य प्रणाली रेल सेवा के प्रति सतर्कता एवं जागरुकता को प्रदर्शित करता है। मुझे आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि आप सब भविष्य में और भी सतर्कता के साथ दुर्घटना सम्बन्धी जिम्मेदारियों का निर्वहन करेंगें।