किसी एक कौम के लिए नहीं आये नबी:सलीम चिश्ती

जौनपुर। माहे रबी उल अव्वल का चांद नजर आते ही पूरे शहर में जश्ने ईद मिलादुन्नबी की तैयारी शुरू हो गई । 19 अक्टूबर को कोविड -19 की गाईडलाइन के साथ अक़ीदत व शानो शौकत के साथ जश्ने ईद मिलादुन्नबी मनाया जायगा । इसे लेकर मुस्लिम मोहल्लों में काफी चहल. पहल बढ़ गई है । शहर के मुस्लिम मोहल्लों. मदरसों. मस्जिदों. आदि धार्मिक स्थलों को सजाया संवारा जा रहा । सेंट्रल सीरत कमेटी के तत्वाधान में कोतवाली चैराहा स्थित कैंप कार्यालय पर बुधवार कोे मिलादे अकबर व नाते नबी जलसा सीरत उन नबी आयोजन हो रहा है जो एक रबी उल अव्वल से 12 रवि उल – अव्वल तक चलेगा । मिलाद के पांचवे दिन जलसे कि शुरुआत तिलावते कलाम ए पाक से कारी जिया जौनपुरी पेश इमाम शेर मस्जिद शाही पुल ने किया । जिसमें उलमा ए इकराम हजरत मौलाना सलीम चिस्ती ने दिल इमान अफरोज तकरीर किया नात ख्वा नसीम जौनपुरी. हसीन मीरमस्ती ने नाते नबी का नजराना पेश किया और सरवरे कायनात पर दुरूद व सलाम भेजा गया महफिल को खिताब करते हुए मौलाना सलीम चिस्ती ने कहा कि हमारे नबी किसी एक कौम के लिए नहीं आए आपको सारी इंसानियत के लिए भेजा गया हम सभी उनके बताए हुए तरीकों पर चलकर पांच वक्त की नमाज कसरत से पढ़ने की सलाह दी। इस मौके पर सेन्ट्रल सीरत कमेटी के सदर असलम शेर खा. मरकजी सीरत कमेटी के सदर जफर मसूद. शकील मंसूरी. सभासद साजिद अलीम. इरशाद मंसूरी.जावेद अज़ीम. फिरोज अहमद पप्पू. समीऱ खान. रफीक मंसूरी. अमजद. आदि लोग रहे बाद ख़त्म महफ़िल आये हुए लोगो मे तबर्रूक तक्सीम किया गया।