बांदा। एक किसान ने ट्यूबवेल में जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर ली। परिजन जब सुबह खेत पहुंचे तो किसान मृत पड़ा हुआ था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। पुलिस का कहना है कि मृतक नशे का आदी था। जबकि परिजनों का कहना है कि खेत में बोई धान की फसल बर्बाद हो जाने और आर्थिक तंगी से परेशान रहने के कारण किसान ने जहर खाकर जान दे दी।
बबेरू कोतवाली क्षेत्र के बेर्रांव गांव निवासी जोगेंद्र दीक्षित (50) पुत्र कमलेश दीक्षित किसानी करता था। सोमवार की रात वह ट्यूबवेल में था। वहीं पर उसने जहरीला पदार्थ खा लिया, जिससे उसकी मौत हो गई। सुबह खाना लेकर पहुंचे छोटे भाई शीलू ने देखा तो वह ट्यूबवेल पर मृत अवस्था में पड़ा हुआ था। शव देखते ही परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के भाई ने बताया कि जोगेंद्र किसानी करता था। उसके पास 10 बीघा खेत हैं। खेत में उसने धान की फसल बोई थी, जो खराब हो गई थी। इसी को लेकर किसान परेशान रहने लगा था। इसी से क्षुब्ध होकर उसने जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। मृतक की पत्नी और दो बच्चे सूरत में रहते हैं। परिजनों ने बताया कि खेत की फसल बर्बाद होने और आर्थिक तंगी से परेशान रहने के कारण जोगेंद्र ने आखिरकार खुदकुशी कर ली। उधर, पुलिस का कहना है कि जोगेंद्र नशा करने का आदी था।