डा. भीमराव अंबेडकर के संविधान पर मंडरा रहा खतरा: प्रदीप

फतेहपुर। समाजवादी अधिवक्ता सभा की ओर से निकाली जा रही संविधान बचाओ संकल्प यात्रा लेकर जनपद आए प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार एडवोकेट ने कहा कि हमारे रहनुमा बोधित्सव डा. भीमराव अंबेडकर के संविधान पर खतरा मंडरा रहा है। प्रदेश की भाजपा सरकार की करतूतों की वजह से प्रदेश में जंगलराज कायम है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने के लिए सभी अधिवक्ता संकल्प लें। जिले के सपाईयों ने उनका फूल-माला पहनाकर जोरदार स्वागत भी किया। समाजवादी अधिवक्ता सभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार एडवोकेट की अगुवाई में संविधान बचाओ संकल्प यात्रा शादीपुर स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंची। जहां अधिवक्ता सभा के जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सविता के नेतृत्व में सपाईयों ने यात्रा में शामिल साथियों का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया। सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने कहा कि आज जय प्रकाश नारायण जी की पुण्यतिथि सभी अधिवक्ता साथी मना रहे हैं। उन्होने संविधान की रक्षा के लिए सभी अधिवक्ता साथियों को एकजुट होने का संदेश दिया। कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के कार्यों से किसान, नौजवान, व्यापारी, मजदूर पूरी तरह टूट चुका है। महिलाओं, बहन, बेटियों के साथ हो रहे बलात्कार, लूट, छिनैती की घटनाओं से प्रदेश में जंगलराज कायम है। विकास पूरी तरह चैपट हो गया है। उन्होने अधिवक्ता साथियों का आहवान किया कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाने के लिए संकल्प लें और गांव-गांव जाकर सपा की नीतियों से जनता को रूबरू कराएं। जिससे सपा प्रत्याशियों को चुनाव में जीत दिलाई जा सके। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सपा जिलाध्यक्ष विपिन सिंह यादव ने कहा कि जय प्रकाश नारायण एक क्रांतिकारी नेता थे। जिन्होने देश की स्वतंत्रता से पहले स्वतंत्रता संग्राम और स्वतंत्रता के बाद राजनीति में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होने कहा कि आज भाजपा सरकार देश के संविधान को कुचलने का प्रयास कर रही है। सभी लोग यह विश्वास दिलाते हैं कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाकर सारे सपने साकार किए जाएंगे। इस मौके पर पूर्व सांसद डा. अशोक पटेल, रामेश्वर दयाल दयालू, दलजीत निषाद, केतकी यादव, वंदना राकेश शुक्ला, जगदीश सिंह चैहान, राजू लोधी, मो. मोईन खान, नफीस उद्दीन, असलम फरसी, चैधरी मंजर यार, सुनील उमराव, दीपक वर्मा, केपी यादव, हरिश्चन्द्र लोधी, जिया उद्दीन कुरैशी, शकील अकबर, मो. आरिफ, मो. साबिर, नफीसा बानो, अशोक यादव, मखलू सिंह, जगनायक सचान, सुहैल अहमद हेमू, सुघर सिंह यादव, पुष्पेन्द्र यादव, सत्यम अवस्थी, विवेक उमराव, अमित एडवोकेट, टीपू मौर्या, गौहर फारूकी, वीरेन्द्र यादव, एनुल हसन, सरफराज अहमद आदि मौजूद रहे।