परिवार नियोजन के स्थाई, अस्थाई साधन अपनाएं

चित्रकूट। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पहरा में सास, बहू, बेटा सम्मेलन का आयोजन कर समन्वय स्थापित करने पर जोर दिया गया। परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई साधन अपनाने की अपील की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र इटखरी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. नंदकिशोर ने किया। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन का उद्देश्य सास, बहू, बेटा के बीच समन्वय बनाकर संवाद कराना है। ताकि परिवार नियोजन के साधनों के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जा सके। परिवार कल्याण विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने परिवार नियोजन के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिनका परिवार पूर्ण हो गया है। ऐसे दंपति परिवार नियोजन के स्थाई साधन यानी नसबंदी अपना सकते हैं। उन्होंने कहा कि दंपत्ति जब तक बच्चा न चाहे तब तक परिवार नियोजन के अस्थाई साधन अपना सकते हैं। अस्थाई साधनों में कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां, अंतरा इंजेक्शन, सप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया के साथ आईयूसीडी कापर टी, पीपीआईयूसीडी लगवाई जा सकती है। कम्युनिटी हेल्थ अफसर नीलू द्विवेदी ने स्तनपान के फायदे गिनाए। उन्होंने कहा कि प्रसव के बाद मां का गाढ़ा पीला दूध बच्चे के लिए टॉनिक का काम करता है। स्तनपान से बच्चा स्वस्थ रहता है। साथ ही स्तनपान मां के लिए गर्भनिरोधक का भी काम करता है। कार्यक्रम में नई पहल किट वितरित की गई। इस मौके पर जपाइगो के डॉ मनीष, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ सास, बहू और बेटा सहित ढाई सौ से अधिक लोग मौजूद रहे।