गांधीजी के विचारों और सिद्धांतों को आत्मसात कर एक बेहतर समाज बनाये: सीडीओ

देवरिया। नागरी प्रचारिणी सभा में गांधी जयंती और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर गोष्ठी का आयोजन हुआ। गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि सीडीओ रवींद्र कुमार ने कहा कि गांधीजी के विचार स्वयं में एक दर्शन हैं। सत्य, अहिंसा और सत्याग्रह यह तीन अस्त्र गांधीजी के थे जिसके बल पर उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी शक्ति को झुका दिया और देश को स्वतंत्रता दिलाई। हमें गांधीजी के विचारों और सिद्धांतों को आत्मसात करते हुए एक बेहतर समाज के निर्माण में अपना योगदान देना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय लाल बहादुर शास्त्री के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि जय जवान जय किसान का नारा देकर शास्त्री जी ने देश को एक गति प्रदान किया। हमें इन दो महापुरुषों के बताए हुए मार्ग पर चलते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति के कल्याण में अपना जीवन लगाना चाहिए।        गोष्ठी को संबोधित करते हुए नागरी प्रचारिणी सभा के अध्यक्ष आचार्य परमेश्वर जोशी ने कहा की हमें हमें गांधीजी के विचारों को जन जन तक पहुंचाने की आवश्यकता है, तभी उसको जनमानस आत्मसात कर सकेगा और गांधीजी की रामराज की संकल्पना वास्तविक हो सकेगी।कार्यक्रम के दौरान नागरी प्रचारिणी सभा के मंत्री इंद्र कुमार दीक्षित, पुस्तकालय अध्यक्ष विजेंद्र मिश्र, सदस्य वृद्धिचंद्र विश्वकर्मा, गोपाल कृष्ण सिंह राम, अनिल कुमार तिवारी एवं अन्य सदस्यगण उपस्थित रहे।