वॉशिंगटन । ऐमजॉन के संस्थापक जेफ बेजोस कुछ हफ्ते पहले अंतरिक्ष की सैर करके लौटे हैं। वह अपनी कंपनी ब्ल्यू ओरिजन के न्यू शेपर्ड स्पेसक्राफ्ट में सफर करके लौटे। हालांकि, अब कंपनी के करीब दो दर्जन कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि बेजोस एक टॉक्सिक माहौल बना रहा हैं। इन लोगों का कहना है कि बेजोस को स्पेस रेस जिताने के लिए इस हद तक काम करा रही है कि उसे लोगों की सुरक्षा तक का ख्याल नहीं है। जानकारी के मुताबिक इन लोगों का कहना है कि टेस्ला के मालिक एलन मस्क और विरजिन समूह के मालिक रिचर्ड ब्रैन्सन से स्पेस रेस में जीतने के लिए बेजोस का पूरा ध्यान था। उन्होंने बताया है कि टॉप लेवल मीटिंग में यह सवाल सबसे ज्यादा पूछा जाता था कि मस्क या रिचर्ड कब स्पेस में जाने वाले हैं। यहां तक कि सुरक्षा की भी नजरअंदाज किया गया क्योंकि इससे काम की रफ्तार धीमी हो जाती। कंपनी के पूर्व कर्मचारी ने बताया कि पहले सब आराम से चल रहा था लेकिन फिर जेफ यह देखकर परेशान होने लगे कि मस्क और रिचर्ड आगे निकल रहे हैं। इसका दबाव लीडरशिप से नीचे तक आने लगा। आखिर में रिचर्ड सबसे पहले बेजोस से सिर्फ 11 दिन पहले आगे निकल गए और मस्क खुद गए ही नहीं। इन कर्मचारियों का कहना है कि बेजोस की यात्रा देखना तक मुश्किल हो गया था क्योंकि उन्हें सुरक्षा की चिंता थी। उनका यहां तक कहना थी कि अगर उन्हें खुद ब्ल्यू ओरिजिन के रॉकेट में जाना होता तो वे नहीं जाते। कंपनी के इंजिनियरों ने बताया है कि समय पर काम पूरा होना सुरक्षा से ज्यादा जरूरी था। इन कर्मचारियों का कहना है कि साल 2018 में कंरनी के रॉकेट्स के इंजिन से जुड़ीं 1000 समस्याएं सामने रखी गई थीं लेकिन उन्हें किसी ने नहीं सुना। उन्हें डर था कि कहीं नासा के चैलेंजर जैसा हादसा फिर न दोहराया जाए। सवाल उठाया गया है कि क्या ऐसे कमर्शल इकाइयों को ज्यादा लोग स्पेस में ले जाने और गलतियां दोहराने की इजाजत देनी चाहिए जिनसे पहले हादसे हुए? नासा जनता को जवाबदेह है लेकिन ब्लूय ओरिजन जैसी प्राइवेट कंपनी नहीं।
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