फतेहपुर। जिला जज समेत डीएम-एसपी ने संयुक्त रूप से गुरूवार जिला कारागार का निरीक्षण किया। जेल में निरूद्ध बंदियों की समस्याएं सुनकर नियमानुसार निराकरण कराए जाने के निर्देश दिए। जेल में मिली खामियों पर जेल अधीक्षक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पुराने अभिलेखों को रिकार्ड रूम में जमा कराने की हिदायत भी दी।जनपद न्यायाधीश अशोक कुमार तृतीय, जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे, पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह जिला कारागार पहुंचे। संयुक्त निरीक्षण में चिकित्सालय, दवा भंडारण कक्ष (स्टोर रूम), चिकित्सा कक्ष, पाकशाला (रसोई घर) समेत बैरकों को देखा। जेल में निरुद्ध बंदी मरीजों को उचित ढंग से उपचार किया जा रहा है। जेल के चिकित्साधिकारी ने बताया कि गंभीर रूप से बीमार मरीजों को नियमानुसार चिकित्सा के लिए बड़े चिकित्सीय संस्थानों में भेजा जाता है। दवा भंडारण कक्ष (स्टोर रूम) में दवाओं के उपयोग की वैधता की जॉच कराई गई जो उपयोग के लिए वैध पाई गई। कक्ष में पुराने अभिलेख पाए गए। जिसमें जनपद न्यायाधीश ने जेल अधीक्षक को निर्देशित किया कि पुराने अभिलेख को रिकार्ड रूम जमा कराएं। पाकशाला (रसोई घर) में भोजन बनाया जा रहा था और साफ-सफाई व्यवस्था ठीक मिली। बंदियों के कोविड-19 वैक्सीनेशन कार्य किया गया। जनपद न्यायाधीश ने बैरक में निरुद्ध बंदियों से व्यवस्थाओं के बारे पूछताछ किया और बंदियों ने बताया कि नियमित रूप से सभी व्यवस्थाएं दी जाती हैं। साथ ही बंदियों के बैग खोलकर जांच किया। जिसमें कोई अवांछित वस्तु नहीं पाई गई। बंदियों के लिए आरओ प्लांट से शुद्ध पेयजल आपूर्ति किया जा रहा हैं। जनपद न्यायाधीश ने पुरुष, महिला बैरकों की संख्या और उनकी क्षमता की रिपोर्ट जेल अधीक्षक को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। जनपद न्यायाधीश, जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक ने संयुक्त रूप से बंदियों की समस्याओ को सुनकर जेल अधीक्षक से नियमानुसार कार्रवाई करते हुए पत्राचार करके समस्याओं का निराकरण कराए जाने की बात कही। इस मौके पर जेल अधीक्षक मो. अकरम खान, जनपद न्यायाधीश के ओसडी, जेलर भी मौजूद रहे।
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