प्रयागराज। ईश्वर शरण पी०जी० कॉलेज के रक्षा एवं रणनीतिक अध्ययन विभाग द्वारा अफगानिस्तान संकट: क्षेत्रीय सुरक्षा के निहितार्थ विषय पर एक विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उड़ीसा लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष ब्रिगेडियर (डॉ०) लक्ष्मी चरण पटनायक रहे। अपने व्याख्यान में उन्होंने अफगानिस्तान संकट एवं वहां पर तालिबान के दुबारा सत्ता में आने पर क्षेत्रीय सुरक्षा के समक्ष उत्पन््ना हुयी चुनौतियों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान से अमेरिकी फौजों के वापस हटने का निणNय अमेरिका ने अपने हितों को ध्यान में रखते हुए लिया है। अमेरिकी फौजों की संख्या में लगातार होती कमी से तालिबान को दुबारा सत्ता में आने का मौका मिल गया। इस संदर्भ में उन्होंने बताया कि आज राष्ट्र राज्यों के लिये सूचना सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण हो गयी है। अफगानिस्तान संकट के परिणाम न सिर्फ भारत के लिये बल्कि समूचे विश्व को निश्चित रूप से प्रभावित करेंगे। अतः क्षेत्रीय शक्तियों को ज्यादा सजग रहने की आवश्यकता है।इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के विजिटिंग प्रोफेसर शेखर अधिकारी रहे। उन्होंने अपने वक्तव्य में कहा कि तालिबानी सरकार को यदि अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता लेनी है तो उसे समावेशी सरकार की स्थापना करना होगा जिसमें खासकर महिलाओं एवं मानवाधिकार के मुद्दे पर उसे गम्भीरता से प्रयास करना होगा जो कि तालिबान के लिये अत्यंत चुनौतीपूर्ण है।कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो० आनन्द शंकर सिंह ने किया।अतिथियों का स्वागत डॉ० शिवहर्ष सिंह ने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ० उदय प्रताप सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ० मानवेंन्द्र कुमार वर्मा ने किया।इस व्याख्यान में समूचे देशभर के २० राज्यों के १०० से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।
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