प्रतापगढ़। चोरी का आरोप लगाकर शिकायतकर्ता को फंसाने की साजिश रची जा रही है। पुलिसिया जांच में सारा आरोप फर्जी निकला। यहां तक कि चोरी में फ़साने के लिए घटना की तारीख में बदलाव करके पुलिस को तहरीर दी गई है। संग्रामगढ़ इलाके के अतरवारी मजरें नेवादाखुर्द की रहने वाली उमा तिवारी पत्नी संतोष तिवारी के यहां दो सितम्बर को चोरी हुई थी। शिकायत के बाद पुलिस ने मामलें की जांच किया था। उसी मामलें में उमा तिवारी ने 14 सितम्बर की घटना दिखाकर गांव के ही अपने पड़ोसी शनि तिवारी पुत्र नवीन तिवारी के खिलाफ चोरी करने का आरोप लगाकर पुलिस को तहरीर दे दिया। पुलिसिया जांच में दूसरी ही कहानी निकली। जिस सामान की बरामदगी का उमा देवी आरोप लगा रही है। उस सामान को शनि ने अपने घर से ले जाकर पैसे की जरूरत होने पर घटना के पहले ही सुनार को बेच दिया था। सुनार ने चोरी की घटना के पहले ही ऑनलाइन भुगतान कर दिया है। पुलिस का कहना है कि अपने पड़ोसी शनि तिवारी को फ़साने के लिए उमा तिवारी ने घटना की तारीख ही बदल दी।पंचायत चुनाव में शनि के पिता नवीन तिवारी ने प्रधानी का चुनाव लड़ा था।और गांव में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। जिसमें रिकवरी व मुकदमा दर्ज कराने के लिए बीडीओ ने आदेश दिया है। कार्यवाही होने से घबराकर पंचायत चुनाव में जीत चुका गांव का ही एक व्यक्ति शनि तिवारी को मुकदमें में फ़साने की साजिश रच रहा है।
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