समयसीमा पर हों गुणवत्तायुक्त कार्य: डीएम

चित्रकूट। जिलाधिकारी शुभ्रान्त कुमार शुक्ल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में 50 लाख से अधिक निर्माण कार्य से संबंधित कार्यदायी संस्थाओं की समीक्षा बैठक हुई।बैठक में जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग से राजकीय महाविद्यालय पाही, विद्युत केबल अंडर ग्राउंड के कार्य, पशुपालन विभाग से नंदी गौशाला, बाल एवं महिला विकास से बाल एवं महिला संप्रेषण गृह, माध्यमिक शिक्षा से राजकीय हाई स्कूल टिकरा, कस्तूरबा गांधी विद्यालय मऊ पहाड़ी, विकास भवन, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज मानिकपुर, स्वास्थ्य विभाग से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रैपुरा, गृह विभाग से ट्रांजिट हॉस्टल, पर्यटन विभाग से भरतकूप का पर्यटन विकास कार्य प्राविधिक शिक्षा विभाग से राज्य की पॉलिटेक्निक कॉलेज, उत्तर प्रदेश सेतु निगम से जनपद चित्रकूट में मऊ अखिल सराय यमुना नदी सेतु महिला घाट जनपद चित्रकूट में कलवलिया बाल्मीकि नदी सेतु, बाणगंगा नदी सेतु, सगवारा भटरी के मध्य बाल्मीकि नदी से तरौहा गोबरिया मंदाकिनी नदी, कोलौहा ग्राम भरतकूप से फतेहगंज मार्ग पर बाणगंगा नदी सेतु पहुंच मार्ग, पहरा रेहुटा मार्ग पर मंदाकिनी नदी सेतु, रानीपुर कल्यानगढ़ वरदहा नदी सकरौहा मुस्तकिल मार्ग पर सेतु, गृह विभाग से नवीन थाना भरतकूप की आवासीय भवन निर्माण, अनाआवासीय भवन निर्माण अग्निशमन केंद्र मऊ, मानिकपुर, पशुपालन विभाग से गोवंश बिहार, भदेदू, अगरहुडा, खंडेहा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग से नवीन मांसिक मंदित आश्रय गृह प्रशिक्षण केंद्र निर्माण, मऊ में बर्दवान मार्ग, एयरपोर्ट अथॉरिटी विभाग से देवांगना हवाई पट्टी एयरपोर्ट, वन विभाग से लालापुर में महर्षि बाल्मीकि आश्रम के पर्यटन विकास का कार्य, भरतकूप पर्यटन विकास आदि की समीक्षा की। जिलाधिकारी ने समस्त कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शासन द्वारा निर्धारित समय सीमा के अंदर कार्यों को गुणवत्तापूर्ण कराया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी विकास कार्य में गुणवत्ता की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। अन्यथा संबंधित विभाग के खिलाफ कार्यवाही होगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अमित आसेरी, अधीक्षण अभियंता विद्युत पीके मित्तल, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डा. सुभाषचंद्र, जिला विद्यालय निरीक्षक बलिराज राम, जिला उद्यान अधिकारी बल्देव प्रसाद सहित संबंधित अधिकारी तथा कार्यदाई संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहे।