पर्यटन हब बन सकते हैं प्राचीन तालाब

चित्रकूट। पर्यटन दिवस पर बुन्देली सेना ने कर्वी नगर और आसपास के पांच तालाबों का सुंदरीकरण, घाट, बैठने की व्यवस्था आदि कराए जाने की मांग की है। बताया कि यह तालाब पर्यटन के बड़े साध्य बन सकते हैं, लेकिन न तो पर्यटन विभाग का इस ओर ध्यान है और न ही ग्राम पंचायतों को इन तालाबों के सुंदरीकरण की रुचि है।बुन्देली सेना के जिलाध्यक्ष अजीत सिंह ने बताया कि कोठी तालाब और गोल तालाब तो पेशवा कालीन विरासत हैं। इन विरासतों में सुंदरीकरण कर नगर के बीच मे पर्यटन स्थल विकसित किए जा सकते हैं। बावजूद इसके इन तालाबों की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इसी तरह सीतापुर रोड किनारे रानीपुरभट्ट तालाब वर्षभर लबालब भरा रहता है। इस तालाब का सुंदरीकरण कर तीर्थयात्रियों के लिए सुखद वातावरण बनाया जा सकता है। सूरजकुण्ड रोड में दुर्गादास तालाब तो बड़ी झील की तरह है। इसमें अकेले एक बड़ा पर्यटन हब बनने की संभावना है। कलेक्ट्रेट के आगे राणन ताला तो कमल पुष्पों से भरा है। सड़क किनारे स्थित यह तालाब रमणीक स्थल है। कर्वी नगर और आसपास स्थित यह पांच तालाब पर्यटन का हब बनने की संभावना रखते हैं, लेकिन न तो पर्यटन विभाग ने इनको लेकर कभी कोई कार्ययोजना बनाई और न ही संबंधित ग्राम पंचायतों ने ध्यान दिया। बुन्देली सेना ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जनहित व पर्यटन विकास के मद्देनजर तालाबों का सुंदरीकरण कराया जाए।