सोनभद्र। कोरोना जैसी बड़ी वैश्विक महामारी को मजबूत नियंत्रण प्रणाली एवं दृढ़ इच्छा शक्ति के बल पर मात देनी वाली नगर पंचायत रेणुकूट अब डेंगू जैसी महामारी के नियन्त्रण के प्रति बेहद गंभीरता बरतती नजर आ रही है। मच्छरों से फैलने वाले अत्यंत खतरनाक डेंगू के अतिरिक्त अन्य संक्रामक रोगों की रोकथाम की कमान अधिशासी अधिकारी डॉ अनीता शुक्ला स्वयं अपने हाथ में लेते हुए विभिन्न वार्डों में निवास करने वाले लोगों के बीच जाकर विशेष सतर्कता बरतने और व्यापक सुरक्षा उपाय के लिए जागरुक करती नज़र आ रही हैं। शासन की मंशानुरूप पंचायत क्षेत्र में कार्य योजनावों के सफल क्रियान्वन के प्रति अपने शक्त तेवर के लिए जानी जाने वाली डॉ अनीता शुक्ला ने एक तरफ़ तो नागरिकों को साफ – सफाई के प्रति बेहद व्यवहारिक ढंग से जागरूक करने का प्रयास किया तो वहीं लापरवाही बरतने वाले और गंदगी को प्रश्रय देने वाले लोगों को कानूनी कार्यवाही झेलने को तैयार रहने को कहा। उन्होंने बताया कि संक्रामक बीमारियों की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन के निर्देशानुसार नगर पंचायत प्रशासन द्वारा हर संभव प्रयास किया जा रहा है। नगर के विभिन्न वार्डाे के अतिरिक्त विस्तारित क्षेत्र जैसे मुर्धवा, खाड़ पाथर में भी ब्लीचिंग पाउडर, चुना, कीटनाशक के अतिरिक्त विभिन्न संक्रमण रोधी रसायनों का प्रयोग कर बीमारियों पर लगाम लगाने की हर संभव कोशिशें तेज कर दी गई हैं। कूड़े के उचित निस्तारण फॉगिंग एवं, दवा के छिड़काव के लिए चार विशेष वाहन लगाए गए। साथ ही गड्ढों के अतिरिक्त घरेलू उपयोग के उपकरण जैसे कूलर, फ्रिज , इत्यादि में पानी के जमाव को रोकने एवं उचित प्रबंधन हेतु नगर पंचायत द्वारा कर्मचारियों की नियुक्त टीमें बेहतर कार्य कर रहीं हैं, कोविड-19 के भयानक दौर की भयावहता को दरकिनार कर अपने विभिन्न वार्डाे के लोगों के बीच लगातार डटी रहने वाली और लगातार निरीक्षण करने वाली अधिशासी अधिकारी डॉ अनीता शुक्ला ने कहा कि किसी भी संक्रमण से बचने का सबसे सरल उपाय सतर्कता ही है, लिहाज़ा नागरिकों को साफ सफाई के प्रति सतर्क रहने की आवश्यकता है। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि अपने आस- पास पानी का जमाव किसी भी दशा में होने से रोकें , कूड़ा इधर- उधर फेक कर मच्छरों को पनपने का अवसर ना दें और यदि कोई भी समस्या हो तो नगर पंचायत कार्यालय में सूचित कर यथा सम्भव निराकरण प्राप्त सकतें हैं लेकिन तमाम ताकीद एवं सुरक्षा प्रयासों के बाद भी यदि कोई व्यक्ति अपनी स्वकछता विरोधी गतिविधियों के कारण संक्रमण के विस्तार में सहयोगी सिद्ध होता है तो उसके विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही से भी परहेज नहीं किया जाएगा। कोरोना महामारी के दूसरे दौर की भयावहता और तीसरे दौर की संभावना को देखते हुए एक ओर जहां जिला प्रशासन निरोधात्मक प्रयासों को लेकर कमर कस चुका है तो वहीं नगर पंचायत रेणुकूट सुरक्षा उपायों में किसी भी स्तर पर ढील देने के मूड में नहीं दिख रहा।