महंत नरेन्द्र गिरि को कथित आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में संदीप तिवारी को भी जेल

प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की संदिग्ध मौत (कथित आत्महत्या) के मामले में प्रयागराज पुलिस ने आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में तीसरे आरोपित संदीप तिवारी को भी जेल भेज दिया है। इससे पहले संदीप तिवारी को कोर्ट में पेश किया गया।प्रयागराज में पुलिस ने गुरुवार को संदीप तिवारी को सीजेएम कोर्ट में पेश किया। संदीप तिवारी के पिता आद्या प्रसाद तिवारी के साथ के आनंद गिरि को बुधवार को ही जेल भेजा गया था। ॢसंदीप तिवारी को आज जब कोर्ट से बाहर लाया जा रहा था तो दो लोगों ने संदीप तिवारी को थप्पड़ जड़े। संदीप के पिता हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी के साथ महंत नरेन्द्र गिरि ने अपने प्रिय शिष्य आनंद गिरि व संदीप तिवारी का नाम भी सुसाइड नोट में लिखा था। इन सभी पर ब्लैकमेल करने का आरोप है। महंत नरेन्द्र गिरि ने सुसाइड लेटर में आनंद गिरी, आद्या प्रसाद तिवारी और संदीप तिवारी का नाम लिखा था। बड़े हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या प्रसाद तिवारी के साथ आनंद गिरि को सोमवार शाम को ही और संदीप तिवारी को मंगलवार को हिरासत में लिया गया था। महांत के सात-आठ पन्नों के कथित सुसाइड नोट में आनंद गिरि, आद्या प्रसाद तिवारी व संदीप तिवारी का नाम लिखा था। जिसमें लिखा था कि इन तीनों के कारण मैं मानसिक रूप से परेशान होकर अपनी जान दे रहा हूं।गौरतलब है कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि की सोमवार को प्रयागराज के श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में अपने कमरे में संदिग्ध मौत हो गई थी। प्रयागराज के पुलिस महानिरीक्षक केपी सिंह ने पुष्टि की कि महंत गिरि का शव उनके शिष्यों को लटका हुआ मिला था। महंत नरेन्द्र गिरि कथित सुसाइड केस में सुसाइड नोट में आनंद गिरि, आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप तिवारी को मौत का जिम्मेदार बताया गया था। उसमें लिखा था कि ये तीनों ब्लैकमेल कर रहे हैं और मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे हैं। जिसके आधार पर पुलिस ने पहले तीनों को हिरासत में लेने के बाद गिरफ्तार कर लिया था।