कविता व्यक्ति और समाज को राह दिखाती है : मुख्य राजभाषा अधिकारी

प्रयागराज।हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में उत्तर मध्य रेलवे के मुख्यालय में आयोजित हो रहे राजभाषा पखवाड़े के उपलक्ष्य में ऑन लाइन ”स्वरचित कविता पाठ प्रतियोगिता” का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में महाप्रबंधक कार्यालय सहित मंडलों एवं कारखानों के विभिन्न विभागों में कार्यरत कर्मचारियों ने अत्यंत उत्साह से भाग लिया। प्रतियोगिता में सहभागिता करने वाले प्रतिभागियों ने विभिन्न विषयों पर गीत, गजल, मुक्तक आदि की प्रभावशाली प्रस्तुति की। इस प्रतियोगिता में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मुख्य राजभाषा अधिकारी एवं प्रधान वित्त सलाहकार अजय माथुर ने कहा कि कविता के विषयों में राष्ट्रीय, सांस्कृतिक, समसामयिक एवं सामाजिक सरोकार शामिल होते हैं जो व्यक्ति और समाज को राह दिखाते हैं। उन्होंने रेलकमियों की काव्य प्रतिभा और रचनाशीलता की मुक्तकंठ से प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी रचनाएं न केवल एक सजग और सुधी रेलकर्मी की पहचान है बल्कि एक सचेत नागरिक और राष्ट्रप्रहरी की भी परिचायक है।इस प्रतियोगिता में निर्णायक के रूप में उपस्थित प्रधान मुख्य वाणिज्य प्रबंधक एम.एन. ओझा ने कहा कि कविता हमें उद्बुध और जागृत करती है। अब कविता मनोविनोद का विषय न होकर सामाजिक चेतना का विषय है। शब्द विधान छोटे, सहज और धारदार होने चाहिए। कविता को पढ़ने और सुनने के बीच फासला नहीं होना चाहिए। प्रतियोगिता के निर्णायक मुख्य दावा अधिकारी शैलेन्द्र कपिल ने रेलकर्मी कवियों द्वारा विविध विषयों पर प्रस्तुत गीत, गजल और मुवतक की सराहना की। उन्होंने कहा कि कविता की सफलता इस बात पर निर्भर करती है कि उसमें रस, छन्द, अलंकार, विम्ब, जैसे पारंपरिक काव्य उपादानों द्वारा श्रोता के मन में समसामयिक अर्थ और प्रसंग उद्भासित हो उठें। इस प्रतियोगिता में मो. नियाज, वरिष्ठ तकनीशियन, झांसी कारखाना को प्रथम स्थान, पी. के. ओझा, निरीक्षक/रेल सुरक्षा बल, कानपुर को द्वितीय स्थान तथा राजेश कुमार गप्ता, स्टेशन अधीक्षक, सूबेदारगंज को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।निर्णायक मंडल के सदस्यों ने प्रतिभागियों द्वारा काव्यपाठ हेतु चुने गए पारंपरिक एवं समाकालीन वण्र्य विषयों की सराहना की। इस प्रतियोगिता का संचालन राजभाषा अधिकारी यथार्थ पाण्डेय द्वारा किया गया तथा वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी, चन्द्र भूषण पाण्डेय द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया। उपर्युक्त सभी कर्मचारियों को २९ सितंबर को आयोजित राजभाषा पखवाड़ा मुख्य समारोह में महाप्रबंधक प्रमोद कुमार द्वारा पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।