लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव के एक ट्वीट पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सपा और बुद्धि तो नदी के दो किनारे हैं और प्रदेश एवं देश की जनता उनके ट्वीट पर हंस रही है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के हवाले से सोमवार को एक ट्वीट किया था, जिसमें दिखाया गया था कि उत्तर प्रदेश में दंगों में वृद्धि हुई है।
मुख्यमंत्री योगी ने मंगलवार को यहां एक निजी समाचार चैनल के कार्यक्रम में यादव के ट्वीट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने (अखिलेश यादव ने) कल एक ट्वीट किया कि उत्तर प्रदेश में रिकार्ड दंगे हुए हैं, जबकि सच्चाई यह है कि एनसीआरबी ने देश भर के जो आंकड़े जारी किए, उनमें राज्य में सांप्रदायिक दंगे शून्य दिखाए गए थे। योगी ने यादव की ओर इशारा करते हुए कहा कि वे अपनी बुद्धि और विवेक से काम नहीं कर रहे। वे ट्विटर पर निर्भर रहने वाले लोग हैं। जब कोई प्रशिक्षक आएगा और बताएगा कि तुम्हें ये लाइन बोलनी है तो वे उसे बोलेंगे। सपा और बुद्धि तो नदी के दो किनारे हैं। उनके पास कोई ऐसा ‘बुद्धिमान’ आ गया होगा, जिसने दिमाग दूसरे किनारे रखकर उन्हें यह बताया होगा और उन्होंने वही ट्वीट कर दिया होगा। प्रदेश और देश की जनता उनके ट्वीट पर हंस रही है। इन लोगों से कोई क्या कह सकता है।मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता में कोई भय नहीं है, क्योंकि चारों तरफ सुरक्षा का माहौल बनाया गया है, लेकिन पेशेवर माफिया के मन में भय होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस आरोप को खारिज किया कि जनप्रतिनिधियों और नौकरशाही के बीच समन्वय नहीं है। योगी ने एक महंत की तरह सरकार चलाने के आरोप के जवाब में कहा कि सरकार धमक और हनक से चलती है। वह दुम दबाकर नहीं चलती। सरकार की हनक अपराधियों, समाज विरोधी तत्वों और भ्रष्टाचारियों के लिए होनी चाहिए और साढ़े चार वर्ष में हमने इसमें कोई कोताही नहीं बरती। उन्होंने कहा कि लोग योगी से डरते नहीं, योगी से आम जनता का आत्मीय संवाद है। भाजपा द्वारा कई राज्यों में मुख्यमंत्रियों को बदले जाने, लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी के टिके रहने को उनके दमखम से जोड़े जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कोई दम खम की बात नहीं है। यह तो पार्टी के मूल्यों और सिद्धांतों की बात है और पार्टी जिस कार्यकर्ता को जो जिम्मेदारी देगी, उसे वह पूरा करेगा। मुख्यमंत्री ने खासतौर पर गन्ना किसानों के लिए कोई नई घोषणा करने के मामले पर कहा कि किसानों को लाभ देने के लिए एक समिति गठित की गई है और उसकी रिपोर्ट आने के बाद घोषणा की जाएगी। उन्होंने विधानसभा चुनाव से पहले जनसंख्या नियंत्रण अध्यादेश लाने के सवाल पर कहा कि हर चीज का समय होता है। आप लोग कहते थे कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे, लेकिन मंदिर निर्माण शुरू हो गया। अभी हमारे सामने मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को नियंत्रित करना चुनौती है। इसके लिए हमने जनसंख्या नीति के तहत एक व्यापक अभियान शुरू किया है और भविष्य में कुछ भी होगा तो सबसे पहले मीडिया को पता चलेगा। हमारा कोई कार्य चुपके से नहीं होता, जो होगा नगाड़ा बजाकर करेंगे।