बांदा। एक युवक का शव खेत में मिलने से सनसनी फैल गई। नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने जाम लगा दिया। मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी के आश्वासन पर जाम खुला। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हकीकत सामने आएगी।
कोतवाली नरैनी क्षेत्र के पिपराहरी गांव निवासी शीलभद्र (28) पुत्र समरजीत अपने चाचा अमरजीत के साथ शनिवार सुबह खेतों में चारा काटने गया था। चारा काटने के बाद चाचा वहां से चला आया और शीलभद्र वहीं रुक गया। काफी मय बीतने के बाद जब शीलभद्र घर नहीं आया तो खोजबीन शुरू हुई। रिश्तेदारी में पता किया गया, लेकिन कोई कुछ पता नहीं चला। रविवार को चाचा ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। सोमवार सुबह जब गांव के किसान खेतों की तरफ गए तो शीलभद्र का शव खेतो मे पड़ा देखा। किसानों ने परिजनों और ग्रामीणों को सूचना दी। परिजनों में कोहराम मच गया। मौके पर सीओ नितिन कुमार, कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार तिवारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। परिवार के लोगों ने हत्या कर शव को फेंके जाने का आरोप लगाया। घटना से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने इलाहाबाद खजुराहो राज्य मार्ग पर पिपरहरी गांव के समीप सड़क पर जाम लगा दिया। तकरीबन एक घंटे से अधिक समय तक जाम लगा रहा। मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी अवधेश निगम ने जांच का आश्वासन देकर जाम खुलवाया। बाद में मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने जांच के नमूने लिए। मृतक की मां संतोषी का रो-रो कर बुरा हाल है। मृतक की शादी पांच वर्ष पहले चनेही (इलाहाबाद) में कोमल के साथ हुई थी। मृतक की दो लड़कियां सौम्या (1) और साक्षी (4) है। मृतक पांच बहनों में अकेला भाई था। मृतक की तीन बहनों की शादी हो गई है, दो अभी शादी के लिए बाकी हैं। मृतक के पिता ने बताया कि वह छह दिन पहले बालाघाट शराब फैक्ट्री में काम करने गया था। किसी के साथ कोई दुश्मनी नहीं है। वहीं कोतवाली प्रभारी राकेश कुमार तिवारी ने बताया कि मामले की पड़ताल की जा रही है।