नई दिल्ली । ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया ने कहा कि चोट के कारण उनका प्रदर्शन प्रभावित हुआ हालांकि वह आगे के मुकाबलों में मजबूती से वापसी करेंगे। बजरंग ने कहा, ‘‘ प्रतियोगिता के दौरान चोटिल होना काफी नुकसानदायक होता है। मैं ओलंपिक से पहले चोटिल हो गया था, जिसका नुकसान मुझे उठाना पड़ा। चोट के बाद भी मैंने अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।’’बजरंग ने कहा, ‘‘ ओलंपिक से पहले मै चोट से पूरी तरह से नहीं उबर पाया पर अब अपने को ठीक करने की कोशिश कर रहा हूं। यहां आने के बाद मैंने चिकित्सकों से परामर्श ली है जिन्होंने मुझे आराम करने की सलाह दी है।’’वहीं दूसरी बार ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला पहलवान विनेश फोगाट ने कहा कि कुश्ती के खिलाड़ियों के लिए चोट से उबरना मैट पर मुकाबला करने जैसा ही होता है।उन्होंने कहा, ‘‘चोट लगने पर सबसे जरूरी बात होती है धैर्य और आत्मविश्वास बनाये रखना। इस समय दिमाग में कई तरह के नकारात्मक विचार आते है। इस समय डाइट (पोषण) का ध्यान उसी तरह से रखना होता होता है जैसा की प्रतियोगिता के दौरान होता है। इस दौरान मानसिक तौर पर आपको वैसे ही रहना होता है जैसे की आप मैट (प्रतियोगिता के समय) पर उतरने के दौरान होते है।’’ विनेश ने कहा कि वह अब टोक्यो के प्रदर्शन पर निराश होने की जगह आगे के अपने खेल पर ध्यान दे रही है।
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