लखनऊ। मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी की अध्यक्षता में वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से सभी मण्डलायुक्तों एवं जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज, नगर विकास विभागों की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा के साथ-साथ कोविड-19 के संक्रमण की अद्यतन स्थिति, वैक्सीनेशन की प्रगति आदि की विस्तार से समीक्षा की गयी।अपने सम्बोधन में मुख्य सचिव राजेन्द्र कुमार तिवारी ने कहा कि माह जून, 2021 में 01 करोड़ वैक्सीन लगाने का लक्ष्य है तथा इस समय 04 लाख वैक्सीन रोज लग रही हैं। माह जुलाई, 2021 में पूरे देश में 01 करोड़ वैक्सीन प्रतिदिन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसके अनुसार प्रदेश का प्रतिदिन का लक्ष्य करीब 20 लाख डोज लगाने का होगा, अतः सभी जिलाधिकारी 25 लाख प्रतिदिन के अनुसार कार्ययोजना बनायें तथा अभी से उसकी तैयारी शुरू कर दें। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन 25 लाख वैक्सीन डोज देने के लिए बड़े पैमाने पर कोल्डचेन, सेशन्स, वैक्सीनेटर्स आदि की व्यवस्था करनी होगी। वैक्सीनेशन के लिए विकासखण्ड एवं नगरीय निकाय में क्लस्टर बनाये जाने होंगे, जिनमें वैक्सीनेशन ड्राइव से ठीक तीन दिन पहले जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार तथा तत्पश्चात् अगले तीन दिन तक वैक्सीनेशन का कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि जागरूकता कार्यक्रमों में लोगों की भ्रान्तियों का निवारण किया जाये तथा जागरूक गणमान्य नागरिकों व जनप्रतिनिधियों का भी इस कार्य में सहयोग लिया जाये। प्रचार-प्रसार के कार्य में ए.एन.एम., आशा कार्यकत्री, आगनबाड़ी वर्कर्स, लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारियों आदि को भी लगाया जाये।उन्होंने कहा कि डेली वैक्सीनेशन की संख्या के साथ-साथ काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग को भी बढ़ाये जाने की जरूरत है। प्रत्येक पाॅजिटिव केस पर कम से कम 25 काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग कराकर टेस्टिंग कराई जाये। उन्होंने कहा कि आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाये।आक्सीजन प्लान्ट्स की स्थापना की प्रगति की समीक्षा करते हुए मुख्य सचिव ने बताया कि 416 प्लान्ट्स में से 72 प्लान्ट लगाये जा चुके हैं। उन्होंने सभी प्लान्ट्स विलम्बतम 31 जुलाई, 2021 तक स्थापित कराकर क्रियाशील करने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि सीएचसी स्तर पर आक्सीजन की व्यवस्था हो रही है। उन्होंने 50 बेड, से अधिक निजी अस्पतालों में भी आक्सीजन प्लान्ट लगाने के निर्देश देते हुए कहा कि इसके लिए अस्पताल संचालकों के साथ बैठकें कर इसे सुनिश्चित कराया जाये। उन्होंने कहा कि जहां पर प्लान्ट लगने हैं, साइट डेवलपमेन्ट का कार्य पहले से ही पूरा कर लिया जाये तथा कमिश्नरध्डीएम इसकी समीक्षा कर लें और नोडल अधिकारी स्वयं इस कार्य को माॅनीटर करें। उन्होंने कहा कि आक्सीजन प्लान्ट लगाने वाले वेन्डर से पहले से सम्पर्क व समन्वय कर लिया जाये ताकि सभी प्लान्ट्स समय से स्थापित होकर क्रियाशील हो जायें। उन्होंने कहा कि थर्ड वेव आने से पहले ही फूलप्रूफ व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जायें।बैठक में सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।
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