यूपी में ब्लैक लिस्टेड कंपनी को सौंप दिया गया जल जीवन मिशन का काम – संजय सिंह

लखनऊ। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने यूपी में जल जीवन मिशन में 30 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाते हुए कहा कि यूपी में इस मिशन में ऐसी कंपनियों से काम कराया गया जो कई राज्यों में ब्लैक लिस्ट हैं।संजय सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश में 1 लाख 20 हजार करोड़ रुपये की इस योजना में राज्य और केंद्र सरकार का शेयर आधा-आधा है। पूरे मिशन को तीन वित्त वर्ष में पूरा किया जाना है, पर साल 2020-21 में जमीन पर कोई काम नहीं हुआ है। जो भी काम हो रहे हैं, उसमें करोड़ों की कमीशनबाजी और घोटालों की कलई खुलने लगी है। उन्होंने इस घपले को लेकर जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह पर भी गंभीर आरोप लगाए।संजय सिंह ने कहा कि उड़ीसा, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, पंजाब, हिमाचल, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर के साथ ही सेना ने भी जिस कंपनी को घटिया पाइप सप्लाई करने की वजह से ब्लैक लिस्ट कर दिया, उसे यूपी में करोंड़ों की पाइप सप्लाई का काम दिया गया। मिशन के ही एक अधिकारी ने इस पूरे मामले की जांच झांसी के जिला प्रशासन को सौंपी है। आप नेता का दावा है कि यूनिट के एक को-आर्डिनेटर ने भी अपनी रिपोर्ट में इस कंपनी के पाइप को बेहद घटिया और मानक के विरुद्ध बताया।सीएंडडीएस ने भी अपनी जांच में पाइपों को बेहद घटिया बताया है। सेंट्रल इकोनॉमिक इंटेलिजेंस ब्यूरो ने भी लिखा है कि ये कंपनी बोगस इंवेस्टमेंट कराती है। फर्जी शेल कंपनी बनाती है। संजय सिंह ने कहा कि योजना से जुड़े इंजीनियर और अधिकारियों ने इसी ब्लैक लिस्ट कंपनी से पाइप खरीद करने का ऑर्डर तक जारी किया। बीजेपी के विधायक भी इस कंपनी के खिलाफ शिकायत कर चुके हैं।संजय सिंह ने कहा कि इस मिशन में अयोध्या, आगरा और कानपुर में 30 से 40 प्रतिशत की ज्यादा दरों पर काम कराए गए हैं। उन्होंने थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के घोटाले की सीबीआई या हाईकोर्ट की निगरानी में एसआईटी जांच होनी चाहिए। अगर एक हफ्ते में ऐसा नहीं किया गया तो आम आदमी पार्टी पूरे प्रदेश में आंदोलन करेगी।