टोक्यो । भारतीय पहलवान रवि कुमार दहिया का टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीतने का सपना टूटा गया है। रवि को खिताबी मुकाबले में रूस ओलंपिक समिति के जावुर युगुऐव ने हराया जिससे उन्हें रजत पदक से ही संतोष करना पड़ा। इस तरह रवि , सुशील कुमार के बाद कुश्ती में रजत पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय पहलवान बने हैं। रवि रुसी पहलवान से मुकाबले में 7-4 से हार गए। विश्व चैंपियन युगुऐव ने मुकाबले में आक्रामक शुरुआत की और दो अंक ले लिए। इसके बाद रवि ने भी विरोधी के पैरों पर हमला किया और दो अंक लेकर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया पर युगुऐव ने राउंड खत्म होने से ठीक पहले दो अंक लेकर 4-2 की बढ़त हासिल कर ली। दूसरे राउंड की शुरुआत में रवि ने विपक्षी पहलवार पर हावी होने के पूरे प्रयास किये पर वह पॉइंट नहीं ले पाये। युगुऐव ने तेजी से 3 अंक लेकर 7-2 की बढ़त हासिल कर ली। यहां रवि ने पिन करने की पूरी कोशिश और इस कोशिश में दो अंक हासिल किये लेकिनि इसके बाद वह अंक हासिल नहीं कर पाये। कुश्ती में भारत का यह दूसरा रजत पदक है। इससे पहले सुशील कुमार ने लंदन ओलिंपिक 2012 में रजत पदक जीता था। रवि कुमार के अलावा अन्य भारतीय पहलवानों में दीपक कुमार पुनिया को 86 किलोग्राम भारवर्ग के कांस्य पदक के मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। दीपक को सैन मैरिनो के नज्म माइलेस अमीन के हाथों 2-4 से हार को सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर, महिला कुश्ती में अंशु मलिक को 57 किलोग्राम इवेंट के रेपेचेज राउंड-1 में रूस की वेलेरिया कोब्लोवा के हाथों 1-5 से हार का सामना करना पड़ा जबकि पदक दावेदार विनेश फोगाट को भी हार का सामना करना पड़ा है। केडी जाधव भारत को कुश्ती में पदक दिलाने वाले पहले पहलवान थे जिन्होंने 1952 के हेलसिंकी ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। उसके बाद सुशील ने बीजिंग में कांस्य और लंदन में रजत पदक हासिल किया।
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