दया, करुणा एवं मानवीय गुणों से परिपूर्ण था राजर्षि टंडन का जीवन-प्रोफेसर संजय सिंह

प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में राजर्षि टंडन जी के जन्म दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राजनीति में रहते हुए टंडन जी ने शुचिता बनाए रखी। टंडन जी राजनेताओं के लिए रोल मॉडल थे। दूसरों के दु:ख- सुख का उन्हें बेहद ख्याल रहता था। प्रोफेसर सिंह ने कहा कि हमें अपने महापुरुषों को याद करते रहना चाहिए।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि टंडन जी सेवा भावी थे। अपनी वाणी से और अपने जीवन से उन्होंने सदा लोगों को सेवा की ओर उन्मुख किया।राजर्षि टंडन भारतीयता के प्रतीक थे। उनमें भारतीय आदर्शों के प्रति अत्यंत आदर था। सिद्धांत के पक्के थे। स्वभाव के संत, विचार के उच्च और कार्य के धनी राजर्षि टंडन का जीवन एकांगी नहीं था।कुलपति ने कहा कि राजर्षि टंडन का नाम हमेशा आदर के साथ लिया जाता रहेगा। वह हम सबके लिए प्रेरणा स्रोत हैं।इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर बीबीएयू के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह, मुक्त विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह एवं विश्वविद्यालय के अधिकारियों, शिक्षकों, परामर्शदाताओं, कर्मचारियों ने परिसर में स्थापित राजर्षि टंडन जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धा सुमन अर्पित किए।