सामाजिक समरसता में नई शिक्षा नीति बहुत उपयोगी- प्रोफेसर सिंह

प्रयागराज।उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज में रविवार को नई शिक्षा नीति २०२० के परिपेक्ष्य में उच्च शिक्षा में भविष्य के उपागम पर सेमिनार का आयोजन किया गया।सेमिनार के मुख्य अतिथि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रोफेसर संजय सिंह ने कहा कि सामाजिक समरसता एवं सहयोग में नई शिक्षा नीति बहुत उपयोगी है। यह सिर्फ शिक्षा ही नहीं वरन छात्रों के सर्वांगीण विकास में अत्यंत सहायक है। प्रोफेसर सिंह ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति २०२० में बहुविषयक पाठ्यक्रम एवं शोध के क्रियान्वयन हेतु शिक्षकों को तैयार होना होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का यह दायित्व है कि वह अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों में नीतिगत क्रियान्वयन करें तथा इसके लिए विद्याथिNयों को भी जागरूक करना होगा।उन्होंने नवागंतुक शिक्षकों को संदेश दिया कि वह सिर्फ आंकड़ों पर ही नहीं बल्कि अकादमिक गुणवत्ता पर भी ध्यान दें। शिक्षकों को हमेशा सीखने के लिए तत्पर रहना चाहिए। नई शिक्षा नीति छात्रों, शिक्षकों एवं देश के विकास में सकारात्मक तथा प्रभावकारी सिद्ध होगी।बीबीएयू के कुलपति प्रोफेसर सिंह ने उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में शोध कार्य प्रारंभ होने पर कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शोध से निश्चय ही समाज और देश के विकास में नवीन आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने शिक्षकों एवं शोध छात्रों का आह्वान किया कि वह निष्ठा पूर्वक शोध कार्य करें तथा शोध पत्रों का प्रकाशन करते रहें।प्रोफेसर सिंह ने कहा कि कोरोना काल में शिक्षा की उपयोगिता सिद्ध हुई है और पारंपरिक शिक्षण संस्थानों ने भी ऑनलाइन एजुकेशन को प्रभावी विकल्प के रूप में अपनाया है।अध्यक्षता करते हुए उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने कहा कि नई शिक्षा नीति से शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन आएगा। नई शिक्षा नीति सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होगी।विषय प्रवर्तन करते हुए शिक्षा विद्या शाखा के प्रभारी प्रोफेसर प्रदीप कुमार पांडे ने कहा कि नई शिक्षा नीति से देश की शिक्षा नीति को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षकों को ऑनलाइन मंच पर उपस्थित रहकर छात्रों की जिज्ञासाओं का समाधान करने का प्रयास करना चाहिए। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ अरुण कुमार गुप्ता ने इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर संजय सिंह का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रोफेसर एस कुमार, प्रोफेसर रुचि बाजपेई, डॉ दिनेश सिंह, डॉ सतीश जैसल,डॉ साधना श्रीवास्तव ,डॉ सीके सिंह, डॉ सुरेंद्र कुमार एवं डॉ अनिल सिंह भदौरिया आदि उपस्थित रहे ।