पश्चिम मध्य रेलवे की संरक्षा ऑडिट टीम ने कानपुर – इटावा खण्ड की संरक्षा सम्बंधी व्यस्थाओं का किया आंकलन

प्रयागराज।अपने दो दिवसीय इटर रेलवे सेफ्टी आडिट दौरा कार्यक्रम के अंतर्गत पश्चिम मध्य रेल के वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड अधिकारियों की संरक्षा ऑडिट टीम द्वारा गुरूवार को प्रयागराज मण्डल के कानपुर – इटावा खंड का परख निरिक्षण यान द्वारा ‘विंडो ट्रेलिंग’ निरीक्षण किया गया। विंडो ट्रेलिंग’ निरीक्षण भारतीय रेल का एक विशेष निरीक्षण होता है जिसमे रेल पथ एवं उसके पास के सभी इंस्टॉलेशनो जैसे सिगनल, ओएचई,प्लेटफॉर्म इत्यादि का निरीक्षण यान की पिछली खिड़की से निरीक्षण किया जाता है। निरीक्षण के दौरान मार्ग मे पड़ने वाले स्टेशनों की सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं, राइडिंग क़्वालिटी (विशेष तौर से प्वॉइंट एवं क्रॉसिंग पर), मार्ग के लेवल क्रॉसिंग गेटों की स्थित, मेजर व माइनर ब्रिजों आदि का प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे एस.पी. माही एवं उनकी संरक्षा ऑडिट टीम द्वारा अवलोकन किया गया।निरीक्षण के क्रम में सर्वप्रथम एस.पी. माही एवं उनकी संरक्षा ऑडिट टीम द्वारा मैथा स्टेशन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान मैथा स्टेशन पर उपलब्ध संरक्षा उपकरणों, उनके अनुरक्षण, रिकार्डों के रखरखाव, कार्यरत कर्मचारियों द्वारा संरक्षा नियमों के अनुपालन, रिले रूम सहित अन्य सभी आवश्यक बिंदुओं का अवलोकन किया। निरीक्षण के बढ़ते हुये क्रम में मेजर ब्रिज स. ३१२ के गर्डर एवं स्पैनों का निरीक्षण किया गया। इसी क्रम में पश्चिम मध्य रेलवे की संरक्षा आडिट टीम द्वारा रुरा स्टेशन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान वहां कार्य कर रही गैंग का भी निरीक्षण किया साथ ही गैंग में कार्य कर रहे कर्मचारियों से कार्य के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों, नियमों आदि के बारे मे भी जानकारी ली।इसी क्रम में कर्व, माइनर ब्रिज स. ४८, लेवल क्रासिंग सं. २६बी का निरीक्षण किया।निरीक्षण के आगे के क्रम में इटावा यार्ड एवं इटावा स्टेशन का निरीक्षण किया। इटावा स्टेशन स्टेशन पर संरक्षा उपकरणों एवं उनके अनुरक्षण सम्बंधी रिकार्डों, रिकार्डों के रखरखाव, संरक्षा नियमों के अनुपालन, स्टेशन मास्टर कार्यालय, सिग्नल सम्बंधी इलेक्ट्रानिक इंटरलाकिंग रूम सहित अन्य सभी संरक्षा बिंदुओं का अवलोकन किया। इसी क्रम में कानपुर एवं प्रयागराज में एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन (ऊ) एवं एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन , रनिंग रूम,लॉबी एवं कोचिंग डीपो का भी निरीक्षण किया। प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे एस.पी. माही ने इस अवसर पर रु १००००/- के पुरस्कार की घोषणा भी की। निरीक्षण के दौरान पश्चिम मध्य रेल की वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड अधिकारियों की संरक्षा ऑडिट टीम के प्रमुख मुख्य संरक्षा अधिकारी, पश्चिम मध्य रेलवे एस.पी माही , मुख्य इंजीनियर/ सामान्य एल पी सिंह, मुख्य रेलपथ इंजीनियर, मुख्य विद्युत इंजीनियर,दीपक ग्रावल, उप मुख्य परिचालन प्रबंधक/ प्लानिंग विवेक कुमार, उप मुख्य सिग्नल एवं टेलीकाम इंजीनियर,विवेक गुप्ता, उप मुख्य संरक्षा अधिकारी/ सिग्नल ए.के जैन सहित प्रयागराज मण्डल के अपर मण्डल रेल प्रबंधक/परिचालन अमित मिश्रा सहित प्रयागराज मण्डल के अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।निरीक्षण के क्रम में संरक्षा ऑडिट टीम द्वारा प्रयागराज में एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन एवं एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन में उपलब्ध विभि उपकरणों की जांच की गई इस दौरान हाइड्रोलिक री रेलिंग इक्युप्मेंट एवं इनफ्लेटेबल एयर बैग द्वारा वैगन को लिफ्ट करवा कर भी देखा गया। निरीक्षण के क्रम में एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन के निरीक्षण के दौरान कोल्ड कटिंग एवं प्लाजमा कटिंग मशीन का निरीक्षण स्थल पर प्रयोग करके देखा गया। एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन में उपलब्ध ऑपरेशन थिएटर, उपकरणों एवं दवाओं का भी निरीक्षण किया गया। इसी क्रम में वहां उपलब्ध सेटेलाइट फोन से जबलपुर कंट्रोल में फोन करके बात भी की गई। निरीक्षण के दौरान विवेक शील जी ने सुविधाओं को और बेहत करने के दृष्टिगत सुझाव भी दिये। निरीक्षण के दौरान उप मुख्य संरक्षा अधिकारी/ यांत्रिक सुश्री मनीषा गोयल एवं वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर उपस्थित थे। इस दौरान कोविड नियमों का अनुपालन करते हुये निरीक्षण किया गया।