पाकिस्तान में वैक्सीनेसन न कराने वालों की बंद होगी सिम, शासकीय कर्मियों का वेतन रुकेगा

इस्लामाबाद । महामारी कोरना से जूझ रहे पाकिस्तान में बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर सिंध प्रांत की सरकार ने विचित्र ऐलान किया है। सरकार ने कहा है कि जो लोग एक हफ्ते के भीतर कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाएंगे उनके मोबाइल फोन के सिम को बंद कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रांतीय सरकार ने इमरान खान सरकार और पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) से संपर्क करने का फैसला किया है। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने पाकिस्तान में कोरोना वायरस को लेकर गठित नेशनल कमांड एंड ऑपरेशन सेंटर (एनसीओसी) से गुजारिश की है कि वे पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण से इस मुद्दे पर बातचीत करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार, केंद्र सरकार से अपने प्रस्ताव को पीटीए को फॉरवर्ड करने का अनुरोध करेगी। अगर ऐसा होता है कि एक हफ्ते के भीतर वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों का सिम ब्लॉक कर दिया जाएगा।मुराद ने आगे कहा कि जिन सरकारी कर्मचारियों का टीकाकरण नहीं हुआ है, उनका वेतन भी रोक दिया जाएगा। इस संबंध में सीएम मुराद अली शाह ने राज्य के वित्त सचिव को सिंध के अटॉर्नी जनरल से संपर्क करने को कहा। प्रांतीय टास्क फोर्स की बैठक में सोमवार से शॉपिंग मॉल और बाजारों के समय को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक सीमित करने का निर्णय लिया गया। इस फैसले में किराना स्टोर, बेकरी और फ़ार्मेसी को शामिल नहीं किया गया है। प्रांतीय अधिकारियों ने शादी समारोहों और अन्य समारोहों के साथ-साथ धार्मिक स्थलों में बंद कमरों में होने वाले समारोहों पर प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया है। इसके अलावा रेस्टोरेंट में इनडोर और आउटडोर खाने-पीने की भी मनाही रहेगी। हालांकि, लोग रेस्टोरेंट्स से खाना पैक कराकर साथ लेकर जा सकेंगे। सिंध ने 26 जुलाई से सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का भी फैसला किया है। हालांकि, परीक्षाएं निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित की जाएंगी।बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि शुक्रवार और रविवार को ‘सुरक्षित दिन’ के रूप में मनाया जाएगा। मुराद ने सूबे में कोविड-19 मामलों की स्थिति को बेहद चिंताजनक बताते हुए कहा कि ईद के बाद अब स्थिति और बिगड़ सकती है। राज्य में 1,002 कोरोना मरीजों की हालत नाजुक बताई जा रही है। सीएम को बताया गया कि 457 मरीजों की स्थिति की समीक्षा की जा चुकी है। उनमें से 35 प्रतिशत लोग ईद से, 23 प्रतिशत शादी समारोहों से, 17 प्रतिशत बाजारों से, 12 प्रतिशत इंटरसिटी यात्रा से और तीन प्रतिशत अपने कार्यस्थल से संक्रमित हुए।