मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के क्रम में महाकुम्भ में आने वाले करोड़ों श्रद्धालुओं को स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराने के लिए योगी सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं। पूरे मेला क्षेत्र को 5 जोन और 25 सेक्टरों में बांटकर खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा रही है। प्रत्येक सेक्टर में फूड सेफ्टी ऑफिसर तैनात हैं, जो परोसे जाने वाले खाद्य पदार्थों की नियमित जांच कर रहे हैं। सेक्टर 24 में संकट मोचन मार्ग पर स्थित ऑफिस से फूड सेफ्टी की सभी व्यवस्थाओं का संचालन किया जा रहा है। वहीं से खाद्य पदार्थों की निगरानी और टीमों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
सहायक खाद्य आयुक्त ग्रेट 2 सुशील कुमार सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं को खराब या मिलावटी भोजन से बचाने के लिए फूड सेफ्टी ऑन व्हील्स का उपयोग किया जा रहा है। ये मोबाइल लैब्स मेला क्षेत्र में भोजन और पेय पदार्थों की ऑन-द-स्पॉट जांच कर रही हैं।
*होटलों और ढाबों पर कड़ी निगरानी*
होटलों, ढाबों और छोटे खाद्य स्टॉल्स पर बन रहे भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए नियमित जांच हो रही है। शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
*श्रद्धालुओं की सुरक्षा के व्यापक प्रबंध*
– मेला क्षेत्र को 5 जोन में बांटकर खाद्य निगरानी।
– हर सेक्टर में फूड सेफ्टी ऑफिसर की तैनाती।
– हर 5 सेक्टर पर एक चीफ ऑफिसर की निगरानी।
– झूंसी क्षेत्र में सबसे अधिक 14 सेक्टर सक्रिय।
*16 से शुरू होगा ‘संस्कृति का महाकुम्भ’*
*24 फरवरी तक चलेगा आयोजन, गंगा पंडाल को बनाया गया है मुख्य मंच, 10 हजार दर्शक ले सकेंगे आनंद*
*गंगा पंडाल में काशी के ऋत्विक सान्याल के शास्त्रीय गायन से होगा आगाज, पहली शाम शंकर महादेवन के सुरों की गंगा में आनंद की डुबकी लगाएंगे श्रोता*
*यमुना पंडाल में संस्कृत विद्यालय काशी के विद्यार्थी करेंगे मंगला चरण से शुभारंभ, आल्हा-बिरहा, नौटंकी विधा से भी परिचित होंगे श्रद्धालु, पर्यटक व कल्पवासी*
*सरस्वती पंडाल में सौरभ बनौधा का बंसी वादन, श्वेता दुबे व श्रुति मालवीय का होगा भजन*
*लखनऊ/महाकुम्भ नगर, 15 जनवरीः* महाकुम्भ में 16 जनवरी से 24 फरवरी तक ‘संस्कृति का महाकुम्भ’ होगा। मुख्य मंच गंगा पंडाल का होगा, जिसमें देश के नामचीन कलाकार भारतीय संस्कृति का प्रवाह करेंगे। इसके अतिरिक्त यमुना पंडाल, सरस्वती पंडाल में भी 16 जनवरी से सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ होंगे। त्रिवेणी पंडाल में 21 जनवरी से अनवरत सांस्कृतिक सुरों का संगम होगा। 16 जनवरी को गंगा पंडाल में बॉलीवुड सिंगर शंकर महादेवन के सुरों की गंगा में श्रोता आनंद की डुबकी लगाएंगे तो यमुना पंडाल में काशी के संस्कृत विद्यालय के विद्यार्थी मंगला चरण से ईश्वर के चरणों में श्रद्धा निवेदित करेंगे। पहले दिन सरस्वती पंडाल पर नौटंकी विधा से भी श्रद्धालु परिचित होंगे। पद्मश्री रामदयाल शर्मा 30 सदस्यीय टीम के साथ कृष्ण सुदामा की मित्रता को दर्शकों के सामने प्रस्तुत करेंगे।
*गंगा पंडाल होगा मुख्य, त्रिवेणी-यमुना और सरस्वती पंडाल में भी होंगे विविध कार्यक्रम*
भक्ति व विरासत के इस उत्सव में गंगा पंडाल का मंच मुख्य होगा। 10, 000 दर्शकों की क्षमता के लिए सेक्टर-1 के परेड ग्राउंड में गंगा पंडाल बनाया गया है। यह भारत के प्रसिद्ध कलाकारों की भव्य प्रस्तुतियों का केंद्र है। इसके अलावा दो हजार दर्शकों की क्षमता वाला त्रिवेणी, यमुना व सरस्वती पंडाल बनाया गया है। य़हां भी मेजबान उत्तर प्रदेश समेत देश के नामचीन कलाकार अनेक विधाओं में अपनी प्रस्तुति देंगे।
*16 जनवरी को होने वाले मुख्य कार्यक्रम*
*गंगा पंडाल*
प्रो. ऋत्विक सान्याल (वाराणसी)- शास्त्रीय/उप शास्त्रीय गायन
विचत्रानंदा स्वेन (भुवनेश्वर), ओडिशी नृत्य
कुशल दास (कोलकाता), सितार
शंकर महादेवन (मुंबई) व रविशंकर (उत्तर प्रदेश), भजन/सुगम संगीत
*यमुना पंडाल*
संस्कृत विद्यालय वाराणसी के बच्चों द्वारा मंगलाचरण
सान्या पाटनकर (राजस्थान), शास्त्रीय गायन
सहीराम पांडेय (गोंडा) आल्हा गायन
सरिता मिश्रा (लखनऊ) लोकगायन
रामप्रसाद (प्रयागराज) बिरहा गायन
पीयूषा कैलाश अनुज (दिल्ली) भजन
आरुषी मुद्गल (दिल्ली) ओडिशी नृत्य
अमरजीत (सोनभद्र) जनजाति लोकनृत्य
*सरस्वती पंडाल*
सौरभ बनौधा (सोनभद्र) बंसी वाद्यवृंद
श्वेता दुबे (वाराणसी), भजन गायन
श्रुति मालवीय (लखनऊ), भजन/लोकगायन
पद्मश्री रामदयाल शर्मा (दिल्ली) कृष्ण सुदामा नौटंकी
*10 देशों का दल महाकुम्भ का करेगा भ्रमण*
*दल में शामिल कुल 21 अंतर्राष्ट्रीय मेहमान गुरुवार को संगम में लगाएंगे पवित्र डुबकी*
*संगम स्नान के बाद महाकुम्भ क्षेत्र का कराया जाएगा हवाई भ्रमण*
*महाकुम्भनगर, ।योगी सरकार द्वारा भव्य और दिव्य महाकुम्भ का आयोजन अब पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रहा है। इसी क्रम में गुरुवार को 10 देशों का 21 सदस्यीय दल संगम में पवित्र डुबकी लगाएगा। विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के एक्सटर्नल पब्लिसिटी एंड पब्लिक डिप्लोमेसी डिवीजन द्वारा आमंत्रित 10 देशों का 21 सदस्यीय दल बुधवार को पहुंच रहा है। इस दल के आवास की व्यवस्था अरैल क्षेत्र स्थित टेंट सिटी में की गई है, जिसे उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा निर्मित किया गया है।
*महाकुम्भ क्षेत्र का करेंगे हवाई भ्रमण*
बुधवार को दल के महाकुम्भ मेला क्षेत्र में भ्रमण का कार्यक्रम है। शाम 5:00 बजे से 6:30 बजे तक हेरिटेज वॉक का आयोजन किया गया है, जिसमें दल के सदस्य प्रयागराज की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का अनुभव करेंगे। रात में टेंट सिटी में रात्रि भोजन और विश्राम की व्यवस्था की गई है। अंतर्राष्ट्रीय दल गुरुवार, 16 जनवरी को सुबह 8:00 बजे त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाएगा। इसके बाद नाश्ते के पश्चात 9:30 बजे दल के सदस्यों को हेलीकॉप्टर से महाकुम्भ क्षेत्र का हवाई अनुभव कराया जाएगा। भ्रमण कार्यक्रम दोपहर 1:30 बजे समाप्त होगा और दल एयरपोर्ट के लिए रवाना होगा।
*10 देशों के प्रतिनिधि शामिल*
इस अंतर्राष्ट्रीय दल में फिजी, फिनलैंड, गयाना, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, त्रिनिदाद एंड टोबैगो और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के प्रतिनिधि शामिल हैं।
*स्वच्छ महाकुंभ*
*अमृत स्नान के बाद सफाई अभियान शुरू*
*दो दिन में 5 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान के बाद युद्धस्तर पर सफाई अभियान जारी*
*घाटों की सफाई पर विशेष ध्यान, पूरे मेला क्षेत्र को किया जा रहा क्लीन*
*स्नान के लिए आ रहे श्रद्धालुओं से भी स्वच्छता बनाए रखने की हो रही अपील*
*महाकुम्भ नगर, 15 जनवरी।* पौष पूर्णिमा स्नान पर्व और मकर संक्रांति के अमृत स्नान के बाद महाकुम्भ क्षेत्र को स्वच्छ करने के लिए बड़े पैमाने पर स्वच्छता अभियान शुरू कर दिया गया है। घाटों पर गंदगी को तेजी से साफ किया जा रहा है। सफाई कर्मी लगातार घाटों पर तैनात हैं और हर प्रकार की गंदगी को हटाने का कार्य जारी है। वहीं, शौचालयों में भी स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार ने इस बार महाकुम्भ को स्वच्छ महाकुम्भ के रूप में स्थापित करने का संकल्प लिया है। इसी क्रम में इस बार स्वच्छता पर विशेष जोर दिया गया है। विगत 2 दिनों में महाकुम्भ में 5 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया है, जिसके बाद मेला प्रशासन ने स्वच्छता अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
*जगह-जगह फैली गंदगी को हटाने में जुटा प्रशासन*
मेला क्षेत्र में बचे कचरे को हटाने के लिए विशेष टीमों का गठन किया गया है। श्रद्धालुओं द्वारा छोड़ी गई सामग्रियों को एकत्र कर उचित स्थान पर निस्तारित किया जा रहा है। एकत्रित कचरे को काले लाइनर बैग में जमा कर निस्तारित किए जाने की योजना पर तेजी से कार्य चल रहा है।
*शौचालयों की सफाई पर विशेष अभियान*
मेले के दौरान उपयोग किए गए शौचालयों की सफाई बड़े स्तर पर हो रहीहै। स्वच्छता कर्मचारियों की अतिरिक्त टीमों को इस कार्य में लगाया गया है। पार्किंग से लेकर घाटों तक स्थापित किए गए शौचालयों की स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। विगत दो दिनों में बड़ी संख्या में इन शौचालयों का उपयोग किया गया है, जिसके बाद इन्हें फिर से उपयोग में लाए जाने के लिए की आवश्यकता को देखते हुए मेला प्रशासन ने उचित कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
*श्रद्धालुओं से भी स्वच्छता की अपील*
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मेला क्षेत्र में गंदगी न फैलाएं। उचित स्थानों पर कचरा डालें और स्वच्छता बनाए रखने में सहयोग करें। घाटों पर स्थापित पब्लिक एड्रेस सिस्टम से लगातार श्रद्धालुओं से यह अपील की जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी प्रशासन की अपील पर सहयोग करते हुए कचरे को घरों पर स्थापित डस्टबिन में ले जाकर डाल रहे हैं।