लखनऊ।देश के १२ राज्यों में कार्यरत शेष राज्य में अग्रसर देश के मुस्लिम पसमांदा समाज में बड़ी बिरादरी, देश के फल, सब्जी, मछली मण्डी में मुख्य व्यापार में अच्छी संख्या, राजनीतिक भागीदारी में चेयरमैन, प्रधान, जिला पंचायत सदसय, सभाषद, पूर्व सांसद, पूर्व विधायक की उल्लेखनीय संख्या, पंचायत निजाम के माध्यम से समाजिक बुराईयों को दूर करके समाजिक सहायता प्रदान करना और धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर भागीदारी, शिक्षा और चिकत्सा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य, इसके बावजूद राईन बिरादरी (राईन समाज) को हाशिए पर होना चिन्ता का विषय है।यह बात आज एक प्रेस कान्प्रâेंस में ऑल इन्डिया जमीयतुर राईन उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष वसीम राइनी ने कही।उन्होंने आगे कहा कि
आल इन्डिया जमीयतुर राईन एवं उत्तर प्रदेश जमीयतुर राईन के तत्वाधान में स्वीन्द्रालय प्रेक्षागृह लखनऊ में आयोजित होने वाले ३ नवम्बर २०२४, प्रातः १० बजे से सायं ४ बजे तक दिन रविवार को आल इन्डिया जमीयतुर राईन के सरपरस्त-ए-आला हाजी असलम अहमद राईन, के ज़ेरे सरपरस्ती एव उत्तर प्रदेश जमीयतुर राईन के ज़ेरे एहतिमामं तथा आल इन्डिया जभीयतुर राईन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शमशाद आलम राईन की अध्यक्षता में राईन समाज के उत्थान के लिए ऐतिहासिक पसमांदा राईन एकता महासम्मेलन, एकजहती, सामाजिक, राजनैतिक, शैक्षिक, विधिक, आर्थिक, व्यवसायिक वैवाहिक परिचय हेतु कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा हैं।
वसीम राइनी ने बताया कि आज राईन इत्तेहाद कान्प्रâेन्स की जरूरत इस लिए पड़ी रही है कि आज २ज्ञ् आबादी वाले लोग एकजुट हो कर सरकार में अपनी भागीदारी ले रखी है और सरकार उन्हे तवज्जे दे रही है जबकि राईन समाज कसीर तादाद में हेते हुए भी आज तक किसी भी सरकार ने इस समाज की ओर ध्यान नही दिया है। लिहाजा आज अपने समाज को एकजुट करने के लिए और भारतीय राजनीति में उचित भागीदारी के लिए यह कान्प्रâेन्स रखी गयी है,इसके अलावा इस कांप्रâेस में अन्य मुद्दों पर भी गंभीरता पूर्वक विचार किया जाएगा है।