तालीम के साथ साथ सियासत भी वक्त की जरूरत-जावेद इकबाल मंसूरी

लखनऊ । मुस्लिमो में मंसूरी समाज की एक बड़ी आबादी होने बाद भी हमे वह सम्मान नही मिलता है जो दूसरे समाज के लोगो को मिलता है,जिसका मुख्य कारण है तालीम के साथ साथ हम अपनी सियासी पहचान को भी मोहताज है,इसलिए मंसूरी समाज तमीम के साथ साथ सियासत के मैदान में भी अपनी मजबूत पकड़ बनानी होगी,यही वक्त की जरूरत है।यह बात जमीअतुल मंसूर के राष्ट्रीय अध्यक्ष, यू पी एग्रो के पूर्व चैयरमैन, पूर्व राज्य मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार जावेद इकबाल मंसूरी ने मधुबनी जिले के बाबूबरही प्रखंड के बरदाही पंचायत में आयोजित मंसूरी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कही।सम्मेलम के मुख्य अतिथि जावेद इकबाल मंसूरी ने कहा सिर्फ बिहार ही नही पूरे देश मे मंसूरी समाज की बड़ी आबादी जिन्हें अलग अलग प्रदेशों में अलग अलग नामो से भी जाना जाता है,उन्हों ने कहा जमीअतुल मंसूर पूरे देश के मंसूरी समाज को एकजुट कर रहा है ताकि उनके हक और हुक़ूक़ की लड़ाई मजबूती से लड़ी जा सके।पूर्व मंत्री जावेद इकबाल मंसूरी ने कहा सियासी हिस्सेदारी पाने के लिए समाज को एकजुट होना पड़ेगा,और सभी राजनैतिक दलों से हमारे समाज के लोगो को उनकी आबादी के अनुसार टिकट देने के लिए मजबूर करने होगा तभी मंसूरी समाज वह मुकाम मिल सकेगा जिसकी वह हकदार है।जमीअतुल मंसूर बिहार प्रदेश के अध्यक्ष अजीम मंसूरी ने कहा कि बिहार प्रदेश में जमीअतुल मंसूर का संगठन मजबूती से काम कर रहा है,पदेश के अधिकांश जिलों में जमीअतुल मंसूर का संगठन का गठन हो चुका है।

अजीम मंसूरी ने कहा कि इस सम्मेलन का मकसद मंसूरी समाज मे बेदारी,सामाजिक, आर्थिक,तालीमी,राजनैतिक मुद्दों पर विचार और सभी मे समाज की मजबूत भागीदारी कैसे हो,इसपर विचार करने के साथ साथ पूरे बिहार के सभी जिलों में जमीअतुल मंसूर संगठन को मजूबत और संगठित करने पर पर चर्चा की गई।
मधुबनी जिले के महासचिव मो शुएब मंसूरी ने कहा आज के सम्मेलम बिहार प्रदेश से कोने कोने से आये लोगो का वह शुक्रिया अदा करते है।मंसूरी सम्मेलन में दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष हाजी अयूब मंसूरी,प्रमंडल अध्यक्ष आजाद मंसूरी साहेब, जिला अध्यक्ष मधुबनी हाफीज मोहम्म्द मुस्तकीम मंसूरी , जिला कार्यवाहक अध्यक्ष जियाबूल हक मंसूरी , प्रखंड अध्यक्ष खुटौना युसूफ मंसूरी साहेब, प्रखंड अध्यक्ष बाबूबरही फिरोज़ मंसूरी , प्रखंड महासचिव खुटौना इस्लाम मंसूरी , प्रखंड सचिव खुटौना हाशिम मंसूरी प, इस्माईल मंसूरी साहेब, हजरत मंसूरी साहब फूल हसन मंसूरी , मुश्किल मंसूरी , शाहिद मंसूरी ,बशीर मंसूरी आदि उपस्थित रहे।