चेन्नई। स्पिनर कुलदीप यादव ने विश्वकप क्रिकेट के पहले ही मैच में अच्छे प्रदर्शन के बाद कहा कि कुछ साल पहले जब वह खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर थे तो उनके कहा गया था कि उनकी गेंद की रफ्तार कम है पर किसी ने भी उसे बढ़ाने का तरीका नहीं बताया था। उन्हें साल 2020 में यूएई में हुए आईपीएल में घुटने में चोट भी लगी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व कप के पहले मैच में दो विकेट लेने वाले कुलदीप ने कहा कि उन्होंने स्वयं ही रफ्तार बढ़ाने का तरीका खोजा। इस दौराप टीम फिजियो आशीष कौशिक की एक सलाह उनके लिए अच्छी रही। उन्होंने कहा, ‘जब मैं चोट से वापस आ रहा था तो फिजियो कौशिक ने कहा कि दाहिने पैर पर कम वजन देना है। मैने अभ्यास में भी वही किया और मुझे बदलाव दिखा। ये अचानक ही नहीं हुआ। इसके बाद मुझे लय दोबारा पाने में छह माह लगे। कुलदीप ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता मुझे इस मैदान पर अपनी गेंदों में गति बढ़ानी पड़ी। ग्लेन मैक्सवेल को समय नहीं मिला और इसी तरह से स्मिथ को जडेजा ने आउट किया था। टर्न के साथ गेंद की गति भी अहम थी जिसमें विरोधी टीम के बल्लेबाज उलझ गये।
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