सिद्धार्थनगर। नवागंतुक विद्यार्थियों के स्वागत का कार्यक्रम छात्रों के मध्य सीनियर और जूनियर का भाव समाप्त होता है। स्वस्थ सहचर्य का विकास होता है। इससे सामाजिकता का भी भाव विद्यार्थियों के अंदर विकसित होता है। एक दूसरे के सहयोग से ज्ञान अर्जन में भी सहयोग प्राप्त होता है। ये बातें सिद्धार्थ विवि कपिलवस्तु विज्ञान संकाय की अधिष्ठाता प्रो. प्रकृति राय ने कहीं। वह गुरुवार को विवि में प्राणि विज्ञान एमएससी प्रथम समेस्टर के नवागंतुक विद्यार्थियों के स्वागत समारोह को संबोधित कर रही थीं। सहयुक्त आचार्य डॉ. आशुतोष ने विद्यार्थियों से 75 प्रतिशत उपस्थिति बनाए रखने पर जोर दिया। डॉ. विनीता रावत ने कहा कि आपसी प्रेम सद्भाव और सहयोग के माध्यम से प्रत्येक विद्यार्थी को अपने जीवन में मेहनत और परिश्रम के साथ अध्ययन अध्यापन करके न केवल अपने अभिभावक बल्कि संस्थान का भी नाम रोशन करने के लिए निरंतर प्रेरित होना चाहिए। संचालन संजय व ज्योति ने किया।
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