फतेहपुर। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत जिला स्वच्छ भारत मिशन मैनेजमेंट कमेटी की बैठक कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा गांधी सभागार में जिलाधिकारी श्रुति की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में व्यक्तिगत शौचालय निर्माण वर्ष 2022-23 में चयनित माडल गांव एवं गंगा ग्राम की भौतिक प्रगति एवं वित्तीय प्रगति, माडल गांव घोषित किए जाने, वर्ष 2023-24 चयनित ग्रामों को माडल किए जाने हेतु अनुमोदन, गोवर्धन योजना के अंतर्गत बायो गैस प्लांट निर्माण, व्यक्तिगत शौचालय की रेट्रोफिटिग, आय व्यय का विवरण आदि बिन्दुओं की विस्तार से समीक्षा की।
बैठक को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेस-2 में चयनित होने वाले व्यक्तिगत शौचालय का शत प्रतिशत सत्यापन कराते हुए निर्माण कार्य पूरा करा लिया जाये। व्यक्तिगत शौचालय निर्माण के लिए दी गई धनराशि प्रथम किश्त व द्वितीय किश्त की रिपोर्ट से अवगत कराएं। साथ ही जिन व्यक्तिगत शौचालयों की जियो टैगिंग अवशेष है उसको शत प्रतिशत पूरा कराएं। व्यक्तिगत शौचालय के निर्माण की निगरानी पूरी संवेदनशीलता के साथ करें। वर्ष 2022-23 में चयनित 61 माडल गांव एवं गंगा ग्रामों में जो एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन, यू टाइप नाली निर्माण, ई-रिक्शा, सामुदायिक खाद गड्ढा, सामुदायिक कचरा पात्र, हैंडपंप, सोक पिट, भूमिगत नाली निर्माण, सामुदायिक प्लास्टिक बैंक, सिल्ट कैचर, सामुदायिक संस्था हेतु सोक पिट, सामुदायिक इंसिनेटर, सामुदायिक व्यक्तिगत नाडेफ, सामुदायिक वर्मी कंपोस्ट, व्यक्तिगत सोक पिट आदि में जो कार्य चयनित ग्रामों में शेष रह गए हैं उनको जल्द से जल्द पूर्ण कराने के निर्देश खंड विकास अधिकारियों को दिए। साथ ही जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि 15 दिन में किए गए कार्य की समीक्षा करें और रिपोर्ट से अवगत कराएं। वर्ष 2023-24 में चयनित 434 ग्राम पंचायतों को माडल के रूप में बनाने के लिए समिति द्वारा अनुमोदन किया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि नियमानुसार कार्यवाही करते हुए चयनित ग्रामों को माडल बनाने के लिए निर्धारित मानक के अनुसार कार्यों को पूरा कराया जाये। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही व शिथिलता क्षम्य नही होगी। गोवर्धन योजना अंतर्गत बायो गैस प्लांट से उत्पन्न होने वाली विद्युत के उपयोग की रिपोर्ट से अवगत कराएं। व्यक्तिगत शौचालयों की रेट्रोफिटिग के लिए जो शौचालय चयनित किए गए है उसके सापेक्ष जिनका कार्य अवशेष है शत प्रतिशत पूरा कराएं। उन्होंने कहा कि जो सामुदायिक नैडेफ बन गए हैं किसानों की पराली को जलाने से बचाने के लिए सामुदायिक नाडेफ़ में डालकर खाद बनाई जाये। इसके लिए कृषि विभाग से समन्वय बनाकर खाद बनाने का कार्य कराया जाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल, परियोजना निदेशक डीआरडीए शेषमणि सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी उपेन्द्र राज सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी पंकज यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी अवनीश यादव, एसीएमओ डा. इश्तियाक के अलावा समस्त खंड विकास अधिकारी सहित एडीओ पंचायत उपस्थित रहे।