सिद्धार्थनगर।विश्वकर्मा समाज के कामगारों व हस्त शिल्पियों के उत्थान के लिए सरकार की ओर से बजट दिया जा रहा है। इससे उनके हुनर को गति मिली है। विश्वकर्मा समाज के कम पढ़े लिखे लोगों को प्रमाण देने की जरूरत नहीं है। उनका कार्य ही प्रमाण है। ये बातें प्रदेश के नगर विकास मंत्री, जिले के प्रभारी मंत्री एके शर्मा ने रविवार को लोहिया कला भवन में विश्वकर्मा पूजा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में कहीं।उन्होंने कहा कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत प्रशिक्षण दिलाकर उनके हुनर को बेहतर बनाने के साथ प्रमाणपत्र, निशुल्क टूल किट उपलब्ध कराया जा रहा है। सांसद जगदम्बिका पाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भारत की दिशा व दशा को बदलने का कार्य किया है। उनके नेतृत्व में भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। पहले गांवों से ही पत्तल, कुल्हड़, कुर्सी मेज, कृषि औजार आदि मिल जाते थे, क्योंकि गांव में ही कुम्हार, बढ़ई, दर्जी, लुहार होते थे। आज विलुप्त होता जा रहा है। पीएम ने उनके हुनर को मुख्य धारा में लाकर उनको रोजगार के अवसर प्रदान करने का कार्य किया है। नगर पालिका अध्यक्ष गोविन्द माधव ने कहा कि प्रधानमंत्री की ओर से चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्रों को मिल रहा है। डीएम संजीव रंजन ने कहा कि विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना के तहत जिले के कुशल कारीगरों के हुनर को निखारने का कार्य किया गया है। पीएम के जन्मदिन व विश्वकर्मा पूजा के अवसर पर प्रधानमंत्री की ओर से यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया गया, जिसका सजीव प्रसारण लोहिया कलाभवन में दिखाया गया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष कन्हैया पासवान, सीडीओ जयेंद्र कुमार की मौजूदगी में जिले के कामगारों (विश्वकर्मा समाज) को टूल किट व स्वरोजगार के लिए स्वीकृत ऋण का चेक वितरित किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, पीडी नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी, डीसी मनरेगा रविशंकर पांडेय, उपायुक्त उद्योग दयाशंकर आदि मौजूद रहे।
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