ग्राम रोजगार सेवकों ने धरना-प्रदर्शन कर सौंपा ज्ञापन

बहराइच। ग्राम रोजगार सेवक संघर्ष समिति के प्रांतीय आवाहन पर जनपद के विकास खंड तेजवापुर में गुरूवार को जिलाध्यक्ष विद्याधर बाजपेई के नेतृत्व में ग्राम रोजगार सेवकों एवं मनरेगा कर्मियों ने धरना प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के द्वारा दिनांक 04 अक्टूबर 2021 को लखनऊ के डिफेंस एक्सपो वृंदावन मैदान के महासम्मेलन में ग्राम रोजगार सेवकों एवं मनरेगा कर्मियों के संबंध में की गई घोषणाओं की याद दिलाते हुए शासनादेश निर्गत करने की मांग की। मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं में .मनरेगा कर्मियों, ग्राम रोजगार सेवकों की एचआर पॉलिसी एक माह में लाएंगे। ग्राम रोजगार सेवकों की सेवा समाप्ति से पूर्व उपायुक्त श्रम रोजगार मनरेगा की सहमति लेनी होगी।.ग्राम रोजगार सेवकों के जॉब चार्ट में ग्राम विकास विभाग के अन्य कार्यों को जोड़ा जाएगा। धरना-प्रदर्शन में ग्राम रोजगार सेवकों द्वारा ईपीएफ की समस्या का समाधान एवं मध्य प्रदेश, राजस्थान, हिमांचल प्रदेश आदि राज्यों की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में ग्राम रोजगार सेवकों के मानदेय में वृद्धि करते हुए राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग की गई। मुख्यमंत्री द्वारा मनरेगा कर्मियों के सम्मेलन में उक्त तीन बिन्दुओं की घोषणाएं किए 02 वर्ष बीत चुके है लेकिन अभी तक ग्राम्य विकास विभाग द्वारा शासनादेश निर्गत नहीं किए गए है। जिसको लेकर जनपद सहित पूरे प्रदेश के समस्त मनरेगा कर्मियों एवं ग्राम रोजगार सेवकों में आक्रोश व्याप्त है। मुख्यमंत्री को याद दिलाने के लिए आज उनको एवं उनके अधिकारियों को धरना प्रदर्शन के माध्यम से अपनी आवाज उन तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। धरना-प्रदर्शन के कार्यक्रम को विकास खण्ड हुजूरपुर में अवधेश सिंह, कैसरगंज में बृजेंद्र प्रताप सिंह, मिहीपुरवा में रमेश चंद्र मौर्य, तेजवापुर में लल्लन प्रसाद, चित्तौरा में दीपू कुमार, फखरपुर में सुरेंद्र यादव, बलहा में नंदकिशोर यादव, पयागपुर में जगदम्बा प्रसाद मिश्रा सहित समस्त ब्लाक अध्यक्षों द्वारा सफल बनाया गया।