अनन्त पार्थिव शिवलिंग निर्माण अभिषेक एवं विसर्जन महायज्ञ अड़तालिसवें दिन भी अनवरत जारी

प्रयागराज।सनातन धर्म की रक्षा विश्व जनकल्याण सम्पूर्ण मनोकामना पूर्ति हेतु जारी अनन्त पार्थिव शिवलिंग निर्माण अभिषेक एवं विसर्जन महायज्ञ भक्तिमय भजन संध्या एवं महाशिवपुराण कथा का कार्यक्रम नैतिक विकास शोध संस्थान सेवा ट्रस्ट प्रयाग के तत्वावधान में संगमतट त्रिवेणी बाँध स्थित श्री कृपासिन्धु काले हनुमान मन्दिर पर पूरे विधि विधान के साथ अड़तालिसवें दिन भी अनवरत जारी। आज मुख्य जजमान के रूप में आशा पाण्डेय जी ने उपस्थित हो कर पार्थिव शिवलिंग का भष्म पुष्पों आदि से श्रृंगार करते हुए अभिषेक, पूजन आरती किया। यज्ञ संयोजक एवं संस्था के संस्थापक अध्यक्ष श्याम सूरत पाण्डेय ने कहा की शिवलिंग की विधिपूर्वक पूजा करने से मनुष्य संतान, धन-धान्य, ज्ञान, और मोक्ष को प्राप्त करता है। जो मनुष्य किसी तीर्थ की मिट्टी से शिवलिंग बनाकर उसका पूजन करता है वह साधक पुण्य प्रभाव से शिवस्वरुप हो जाता है। वहीं, जो मनुष्य तीर्थ की मिट्टी, भस्म, गोबर और बालू का शिवलिंग बनाकर एक बार भी उसकी विधि पूर्वक पूजा करता है वह व्यक्ति स्वर्ग में निवास करता है। जो मनुष्य शिव, शिव, शिव इस प्रकार हमेशा भगवान शिव का जप करता रहता है वह परम पवित्र और परम श्रेष्ठ हो जाता है और वह मोक्ष को प्राप्त होता है। शिव शब्द के उच्चारण से ही मनुष्य समस्त प्रकार के पापों से मुक्त हो जाता है। संस्था के प्रवक्ता एवं महासचिव नैतिक विकास शोध संस्थान सेवा ट्रस्ट सत्य प्रकाश पाण्डेय ने बताया की भोलेनाथ को प्रिय माह सावन महीने में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा अर्चना करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। इस दौरान शिवलिंग का रुद्राभिषेक भी किया जाता है जिसका बहुत महत्व है। और पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर उसका अभिषेक करने से अधिक और जल्द लाभ मिलता है इसका वर्णन पुराणों भी वर्णित है।पाण्डेय ने समस्त प्रयागवासियों एवं शिवभक्तों से कार्यक्रम में उपस्थित होकर पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं पूजन करने की अपील की। पूरे सावन एवं अधिकमास तक अनवरत चलने वाले कार्यक्रम के अड़तालिसवें दिवस में मुख्य रूप से सिद्ध बाबा, अधिवक्ता सत्य प्रकाश पाण्डेय, आशा पाण्डेय, मधुबाला पाण्डेय, जय प्रकाश पाण्डेय सहित सैकड़ों भक्तगण उपस्थित रहे।