बारिश व मौसम के परिवर्तन से फैल रही बीमारियों से स्वयं बचें और दुसरों को भी बचायें

सोनभद्र। अपर जिलाधिकारी सहदेव कुमार मिश्र ने बताया है कि वर्तमान समय में प्रदेश में बारिश की वजह से कई जनपदों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है तथा तेज बारिश और मौसम के लगातार परिवर्तन के कारण आम जनमानस का जन जीवन अस्त व्यक्त हो गया है साथ ही साथ विभिन्न बीमारियाॅ भी उत्पन्न हो रही हैं। जिसमें विशेषकर वर्तमान समय में ’आंखों से जुड़ी बीमारियां भी तेजी से फैलते नजर आ रही हैं जिनको ’आई फ्लू’ के नाम से जाना जा रहा है। जनपद के समस्त नागरिकों को ’आई फ्लू से सुरक्षा एवं बचाव हेतु दिशा निर्देश जिलाधिकारी के निर्देशन पर जारी करते हुए यह अपील की गई है कि स्वयं के बचाव के साथ दूसरों को भी बचाए जाने का प्रयास किया जाए। जिला आपदा विशेषज्ञ’ पवन कुमार शुक्ला द्वारा बताया गया कि ’आई फ्लू को पिक आई या कंजेक्टिवाईटीस भी कहा जाता है जो ’बारिश के मौसम में होने वाली एक आंखों की समस्या है जिसे आई फ्लू’ कहते हैं। जिसमें आंखों के सफेद हिस्से में संक्रमित होकर प्रभावित करता है साथ ही यह ज्यादातर मामले सर्दी खांसी वाले वायरस की वजह से बढ़ते हैं। बरसात में फंगल इन्फेक्शन समेत हवा में प्रदूषण, वातावरण में नमी जैसी समस्याएं बढ़ जाती हैं इसकी वजह से आंखों से जुड़ी समस्याएं होने लगते हैं, आई फ्लू फैलने का कारण आई फ्लू फैलने का कारण ज्यादातर बारिश के गंदे पानी में नहाने या फिर लंबे समय तक पसीने में काम करने से आंखों में इन्फेक्शन की समस्या हो जाती है इसके अलावां आई फ्लू से पीड़ित लोगों के साथ हाथ मिलाने या गंदे हाथों से आंखों को छूने एवं पीड़ित व्यक्ति के कपड़े प्रयोग करने से तथा प्रायः ज्यादातर एक दूसरे में छुआ-छूत के माध्यम से बढ़ने की आशंका रहती है। उन्होंने बताया कि आई फ्लू फैलने के लक्षण-लाल सूजन युक्त आंखें हो जाना, आंखों में सफेद रंग का कीचड़ दिखाई देना, आंखों से पानी बहना, आंखों में दर्द होना, आंखों में जलन व खुजली होना, आंखों के आसपास की त्वचा में सफेद या लाल दाग होना, आई फ्लू से बचने के उपाय, हाथों को नियमित अंतराल पर साबुन से जरूर धोएं, आंखों को छूने से पहले और बाद में साफ कपड़े का प्रयोग करें, संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाकर रखें तथा हाथ बिल्कुल ना मिलाए, आंखों में जलन होने पर या लाल होने पर स्वच्छ पानी से धोएं, गंदे हाथों को आंखों के पास ना ले जाएं, आंखों पर चश्मा जरूर लगाएं, अपने व्यक्तिगत वस्तुएं जैसे तोलिया, तकिया आदि कॉस्मेटिक सामान को किसी से साझा ना करें, स्वयं के रुमाल तकिया के कवर, तोलिया आदि वस्तुओं को रोज गुनगुने पानी में धुलाई करें, टीवी, मोबाइल देखने से बचें, आई फ्लू होने पर क्या ना करें क्या करें, आंखों को ठंडे पानी से साफ करें, आंखों को साफ करने के लिए किसी साफ या सूती कपड़े का प्रयोग करें, आई फ्लू के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।