सिद्धार्थनगर/महराजगंज। मानहानि मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने पर खुशी जताते हुए महराजगंज जिले के फरेन्दा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक और प्रांतीय अध्यक्ष वीरेंद्र चौधरी ने कहा कि यह केंद्र सरकार के हठवादी रवैए पर सुप्रीम कोर्ट कि ब्रेक है। इसी के साथ यह भी साबित हुआ कि गुजरात के क्रमशः तीनों अदालतों के फैसले निष्पक्ष नहीं थे। उन्होंने कहा कि न्यायालय किसी के लिए चाहे वह वादी हो या प्रतिवादी, उसके लिए न्याय का अंतिम चौखट होता है। यदि यहां भी फैसले प्रभावित होने लगे फिर तो न्याय के मंदिर से व्यक्ति का विश्वास उठ गया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के मानहानि के मामले गुजरात सेशन कोर्ट से लेकर हाईकोर्ट तक के फैसले एक जैसे थे। वे फैसले न्याय संगत होते तो सुप्रीम कोर्ट को दखल न देना पड़ता। कहा कि बताने की जरूरत नहीं कि इस सबके पीछे कौन था। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से दो बातें साफ हुई है। एक तो वायनाड उप चुनाव में सरकार का करोड़ों रूपए खर्च से बच गया दूसरा संसद में राहुल गांधी की आवाज दबाने से बच गई।पूर्व जिला पंचायत सदस्य तथा कांग्रेस नेता राम प्यारे प्रसाद ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि भाजपा सरकार अपने मंसूबे में कामयाब नहीं हुई। उसकी कोशिश थी कि राहुल गांधी संसद में न लौटे पाएं जिससे केंद्र सरकार के मनमाने पन के खिलाफ आवाज न उठे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देश की मंशानुरूप बताया।ग्राम पड़रिया के प्रधान तथा कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारी मैं.शफीक का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने देशवासियों की प्रार्थना कबूल कर ली। राहुल गांधी देश की धड़कन हैं। सरकार के मनमाने रवैए पर वही एक नेता हैं जो बोलते हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को इस बात के लिए धन्यवाद दिया कि अब संसद में राहुल फिर दहाड़ेंगे।
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