लंदन। ब्रिटेन में आव्रजन वकील क्लाइंट्स को बता रहे हैं कि ब्रिटेन में रहने का अधिकार हासिल करने के लिए अधिकारियों से कैसे झूठ बोला जाए और इसके लिए 10 हजार पाउंड वसूल रहे हैं। 1983 में श्रीलंका से ब्रिटेन आए एक वकील वी.पी. लिंगजोथी ने एक अंडरकवर मेल रिपोर्टर से ब्रिटेन में शरण पाने के लिए यह दिखावा करने के लिए कहा कि वह एक खालिस्तानी समर्थक है उसके साथ भारत में दुर्व्यवहार किया गया और उसे प्रताड़ित किया गया। अंडरकवर रिपोर्टर ने खुद को पंजाब के एक किसान के रूप में पेश किया, जो हाल ही में ब्रिटेन पहुंचा है। एक खबर के मुताबिक आप कह सकते हैं कि भारत सरकार ने आप पर खालिस्तानी समर्थक होने का आरोप लगाया, आपको हिरासत में लिया गया, गिरफ्तार किया गया और आपके साथ दुर्व्यवहार किया गया, प्रताड़ित किया गया, यौन उत्पीड़न किया गया। इसीलिए आप शादी नहीं कर सके और आप निराश थे, आप आत्महत्या करना चाहते थे। इसलिए भाग कर ब्रिटेन पहुंचे। वकील ने इस कहानी के लिए उससे 10 हजार पाउंड की मांग की। एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने कहानी का समर्थन करने के लिए एक डॉक्टर की रिपोर्ट देने का भी वादा किया और मनोवैज्ञानिक आघात के सबूत के रूप में गृह मंत्रालय को दिखाने वाली अवसाद रोधी दवाएं भी पेश कीं। एक अन्य फर्म में, जहां अंडरकवर रिपोर्टर गया था, वकील ने कहा कि उसे यह दिखाने के लिए साक्ष्य बनाना होगा कि प्रवासी को घर लौटने पर उत्पीड़न और हत्या का डर है।एक अन्य वकील ने कहा कि वह इसका इस्तेमाल यह दिखाने के लिए करेंगे कि अंडरकवर रिपोर्टर को भारत में अपनी जान का खतरा है, इसमें सरकार विरोधी राजनीतिक निष्ठा, गलत जाति के किसी व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध या समलैंगिक होना जैसे कारण शामिल होंगे।
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