फतेहपुर। बिंदकी कोतवाली पुलिस ने गश्त के दौरान मुरादपुर गांव के समीप से दो गांजा तस्करों को दबोच लिया। जिनके पास से डेढ़ कुंतल गांजा बरामद हुआ है। बांदा के एक व्यक्ति के कहने पर यह तस्कर गांजे की खेप लेकर सैंपल व डिलेवरी देने बिंदकी कस्बा आ रहे थे। आंध्र प्रदेश से प्रत्येक माह बीस लाख रूपये का गांजा मंगवाकर तस्करी करते थे। पुलिस ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई कर न्यायालय भेज दिया और इस मामले में लिप्त अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक विजय शंकर मिश्रा ने बताया कि बिंदकी कोतवाली के उपनिरीक्षक धीरेंद्र पांडेय अपने हमराही सिपाहियों के साथ क्षेत्र में गश्त कर रहे थे। जब पुलिस टीम महरहा रोड ग्राम मुरादपुर के समीप पहुंची तभी दो लोग बोरी लिए नजर आये। जिन्हें रोक कर जब तलाशी ली गई तो उसमें डेढ़ कुंतल गांजा बरामद हुआ। पकड़े गये तस्करों ने अपने नाम शिवेंद्र सिंह उर्फ अज्जू पुत्र शिव बालक सिंह उर्फ मुन्ना सिंह निवासी ग्राम जारी थाना कोतवाली देहात जनपद बांदा व सनत त्रिपाठी पुत्र रामजी त्रिपाठी उर्फ बड़ा भैया निवासी ग्राम फतेहगंज थाना फतेहगंज जनपद बांदा बताया। पुलिस ने जब इनसे कड़ाई से पूछताछ की तो बताया कि बरामद गांजा विवेक सिंह पुत्र जयगणेश निवासी ग्राम पचनेही थाना कोतवाली देहात जनपद बांदा के कहने पर गांजे का सैंपल दिखाने व डिलेवरी देने के लिए बिंदकी क्षेत्र आ रहे थे। पुलिस इस मामले में वंाछित की तलाश में जुटी हुई है। एएसपी ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त सनत त्रिपाठी गांजे की तस्करी के साथ-साथ पंचायत व निगम में ठेकेदारी का भी कार्य करता है। विवेक सिंह आंध्र प्रदेश से गांजा मंगवाकर लगभग बीस लाख रूपये की तस्करी कर लेते हैं। एएसपी ने बताया कि दूसरा अभियुक्त शिवेंद्र सिंह बीएससी का छात्र है। यही गांजे की बिक्री हेतु पार्टियों से बातचीत करता है। अभियुक्तों के अनुसार सह अभियुक्त विवेक सिंह कई बार जेल जा चुका है। विवेक सिंह का पिता भी पूर्व में गांजा तस्करी में जेल जा चुका है। बताया कि यह बरामद गांजा विवेक सिंह प्रतापगढ़ पट्टी में किसी फूल सिंह को देने वाला था। एएसपी ने बताया कि विवेक सिंह का नाम मुख्य सरगना के रूप में सामने आया है। जिसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। साथ ही जिन्हें गांजे की डिलेवरी देने की बात बताई है उसकी संलिप्तता के संबंध में साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों अभियुक्तों को न्यायालय भेज दिया। टीम में पुलिस उपाधीक्षक बिंदकी सुशील कुमार दुबे, प्रभारी निरीक्षक अरूण कुमार चतुर्वेदी के अलावा उपनिरीक्षक धीरेंद्र पांडेय, विपिन कुमार यादव, सत्यदेव गौतम, कांस्टेबल विवेक मिश्रा, सूर्यभान सिंह, कप्तान सिंह, दीपक कुमार, संजय यादव, अजय यादव, राकेश कुमार शामिल रहे।
Share on Facebook
Follow on Facebook
Add to Google+
Connect on Linked in
Subscribe by Email
Print This Post